विराट कोहली ने अच्छा बल्लेबाज बनने के लिए बदली अपनी जीवन शैली : राजकुमार शर्मा

दिल्ली के लोगों के लिए बटर चिकन और मटन रोल स्वास्थ्य के लिए जरूरी खुराक होती है, इसके अलावा चावल और राजमा भी शरीर व दिमाग के लिए उपयोगी खाना है। जब बात एक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर के खाने की हो, तो प्रोत्साहित करने वाली बात होती है। भारतीय कप्तान विराट कोहली के रहन-सहन में बदलाव ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उनके सितारों को चमका दिया। उनकी दिनचर्या के बारे में उनके कोच राजकुमार शर्मा ने कुछ दिलचस्प बातें बताई। 28 वर्षीय भारतीय कप्तान के कोच ने उनके खाने को लेकर कहा “कोहली ने एक बार मुझसे कहा, कप्तान के तौर पर अगर मैं कुछ मानक तय नहीं करूंगा, तो कौन करेगा? दुनिया आश्चर्य कर रही है, मैं इस व्यक्ति के पीछे के लड़के को जानता हूं। उन्होंने बटर चिकन, रोल और सभी प्रकार के फास्ट फूड को खाया है। लेकिन आज उनकी खाने में इन चीजों का कोई स्थान नहीं है।“ जब कोहली ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा, तब वे सिर्फ 18 वर्ष के थे और पार्टियों में खूब एंजॉय करते थे, और सही या गलत भोजन के बारे में नहीं जानते थे। इसका झटका उन्हें एक आईपीएल सीजन के दौरान लगा, तब उन्हें मालूम हुआ कि उनकी खाने की आदतें उन्हें एक अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनने में बाधाएं उत्पन्न कर रही हैं। इसके बाद उन्होंने पूरी तरह से अपनी डाइट और कसरत की आदतें बदल डाली। उन्होंने जिम में हमेशा 2 घंटे पसीना बहाने का कार्यक्रम बनाया। उन्होंने शरीर में जमा हुई चर्बी घटाने के लिए कड़ी मेहनत की। क्रिकेट नेक्स्ट से बात करते हुए रन मशीन कोहली के कोच राजकुमार शर्मा ने कहा अपने खाने को लेकर वे बहुत सजग हुए हैं, और शरीर के लिए नुकसानदायक किसी भी चीज को खाने से परहेज रखते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन शैली में बदलाव के लिए मानसिक मजबूती का होना भी आवश्यक है। कोहली ने रोटी खाना बंद कर दिया, इसके अलावा उन्होंने चीनी वाली कॉफी पीना छोड़ दिया। उन्होंने ताजा जूस पीने को प्राथमिकता दी और पैकिंग वाली चीजों को नजर अंदाज कर दिया। उबले हुए खाने को उन्होंने अपनी डाइट में रखा। गौरतलब है कि यह विराट कोहली द्वारा किये गए प्रयासों की वजह से ही आज उन्हें विश्व के श्रेष्ठ फिटनेस वाले खिलाड़ियों में शूमार किया जाता है।