भारतीय टीम के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड टीम के 'क्रिसमस ब्रेक' को लेकर अपनी नाराज़गी जाहिर की है। इंग्लैंड की टीम फ़िलहाल 5 टेस्ट मैचों के लिए भारत दौरे पर है और इसके बाद वो एक लम्बा ब्रेक लेकर भारत के खिलाफ एकदिवसीय और टी20 सीरीज खेलने फिर से जनवरी में आएंगी। यहाँ तक कि इंग्लैंड को तीसरे और चौथे टेस्ट के बीच में भी एक हफ्ते से ज्यादा का समय मिल गया और कोहली इस चीज़ से भी काफी नाखुश दिखे। कोहली ने मौजूदा कार्यक्रम का उदाहरण देते हुए कहा कि आगे से हम भी अगर विदेशी दौरे पर जाएँ तो हमें दो टेस्ट के बीच 8 दिन का समय मिले। इसके अलावा पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के बाद हमें भी 25 दिनों का ब्रेक मिले। कोहली ने कहा कि तीसरे टेस्ट के बाद चौथे टेस्ट में इतने दिनों का अंतर देने के लिए हमने नहीं कहा था और ये कार्यक्रम का हिस्सा था। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इससे टीम को फायदा ही हुआ है और आखिरी दो टेस्ट के लिए हम और ज्यादा तैयारी के साथ आ सकते हैं। कोहली की ज्यादा नाराज़गी इंग्लैंड के 25 दिनों के ब्रेक पर दिखी। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इंग्लैंड को इतने दिनों का ब्रेक नहीं मिलना चाहिए। कोहली ने कहा कि इससे मेहमान टीम को फायदा मिलता है और ये फायदा जब भारतीय टीम कहीं दौरे पर जाती है, तो उन्हें नहीं मिलती। कोहली ने कहा कि' जब हम इंग्लैंड के दौरे पर जाते हैं तो हम साढ़े तीन महीनों तक सबकी नज़रों में रहते हैं और मैचों के बीच जो सामान्य अंतर होता है, वही बस ब्रेक होता है। भारत के पिछले इंग्लैंड दौरे में टीम 74 दिनों तक इंग्लैंड में थी और उसके बाद 2014 नवम्बर से 2015 विश्व कप के अंत तक लगभग 4 महीनों के लिए ऑस्ट्रेलिया में थी। कोहली ने वैसे बीसीसीआई की तरफ इशारा तो कर दिया है और अब देखना है कि आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट बोर्ड पर इस बात का कितना असर पड़ता है।