रिकॉर्ड: सचिन तेंदुलकर vs विराट कोहली

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विराट कोहली की वर्तमान समय के महान बल्लेबाजों में होती है। उन्होंने अपने करियर में जो मुकाम हासिल किये हैं वह बड़े-बड़े खिलाड़ी नहीं कर पाये हैं और क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज की तुलना सबसे पहले सचिन तेंदुलकर से होती है और कोहली के साथ भी यही हो रहा है। दोनों ही बल्लेबाजों की तुलना सही नहीं है फिर भी लोग दोनों खिलाड़ियों के रिकॉर्ड की लगातार तुलना करते रहते हैं। 29 साल की उम्र में भारतीय कप्तान क्रिकेट के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों की सूची अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं और हर मैच के साथ उनके खेल का स्तर ऊपर ही उठ रहा है। टेस्ट मैच में 2016 में उनका प्रदर्शन काफी बेहतरीन था और इसी की मदद से उनका करियर औसत 45 से 50 के करीब पहुँच चुका है। इस लेख में सचिन और कोहली की तुलना अभी के रिकॉर्ड पर नहीं बल्कि आज से 8-9 साल बाद कोहली के करियर के रिकॉर्ड को सोचकर कर रहे हैं। यह विश्लेषण पूरी तरह आंकड़ों पर आधारित है। आने वाले समय में आईसीसी के नियमों में बदलाव की वजह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई तरह के परिवर्तन आने वाले हैं। #1 टेस्ट मैचों में सर्वाधिक रन सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में 200 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनकी 329 पारियों में उन्होंने 53.78 की औसत से 15,921 रन बनाये हैं। वहीं विराट कोहली अभी तक 60 टेस्ट मैचों की 101 पारियों में 49.55 की औसत से 4658 रन बनाये हैं और उनके फॉर्म को देखते हुए लगता है कि उनका औसत जल्द ही 50 को भी पार कर जायेगा। कोहली अभी भी सचिन से 11,263 रन पीछे हैं। देखा जाये तो कोहली अभी कम से कम 9 साल और क्रिकेट खेल सकते हैं। अगर फॉर्म और फिटनेस साथ रही तो कोहली इससे भी ज्यादा समय तक खेल सकते हैं। 2019 से टेस्ट चैंपियनशिप शुरू होने वाली है, जिसके अंतर्गत विश्व की शीर्ष 9 टीमों में अभी के मुकाबले ज्यादा टेस्ट मैच खेले जायेंगे। इस लीग में सभी टीमों को 2 सालों में 6 सीरीज खेलने का मौका मिलेगा और प्रत्येक सीरीज में कम से कम 2 मैच होंगे। जबकि दोनों टीमों की बोर्ड आपसी सहमति से मैचों की संख्या बढ़ा भी सकती है। भारतीय टीम ज्यादातर मैच ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों क खिलाफ खेलेगी। ऐसे भारतीय टीम 2 सालों में करीब 20 टेस्ट मैच खेलेगी। अगर चोट और आराम को हटा दें तो कोहली 38 साल की उम्र तक करीब 150-160 टेस्ट मैच खेल चुके होंगे लेकिन हम 140 टेस्ट मैचों को आधार बनाते हैं। तो 140 मैचों में विराट कोहली को करीब 235 पारियां मिलेंगी और अगर नाबाद पारियों को हटा दें तो वो करीब 220 बार आउट हो सकते हैं। अगर कोहली का वर्तमान फॉर्म जारी रहा तो उनका औसत और ऊपर जायेगा और करीब 54-55 का हो जायेगा। परन्तु, सभी खिलाड़ी के करियर में खराब दौर आता है जैसा कोहली के साथ 2014 के इंग्लैंड दौरे पर हुआ था। इन सब को ध्यान में रखते हुए कोहली का करियर करीब 50 की औसत के साथ 11,000 रनों पर रुक सकता है। यह मात्र एक अनुमान है और इसके अनुसार कोहली सचिन के काफी करीब पहुँच जायेंगे या हो सकता है कोहली का करियर अनुमान से भी ज्यादा लम्बा चले या फिर ऐसा भी हो सकता है कि चोट या खराब फॉर्म की वजह से उनका करियर जल्द ही समाप्त हो जाये। अगर कोहली 2016 की तरह 2-3 साल और खेल जाएँ तो सचिन का रिकॉर्ड उनके पहुँच से ज्यादा दूर नहीं रहेगा। #2 टेस्ट मैचों में सर्वाधिक शतक 547056-sachin-tendulakr-tests-cele सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में 329 पारियों में 51 शतक ठोके हैं जबकि पहले 40 पारियों में उनके एक भी शतक नहीं है। वहीं विराट कोहली ने 101 पारियों में 17 शतक जमाये हैं और सचिन से अभी 34 शतक पीछे हैं। इत्तेफाक की बात है कि सुनील गावस्कर ने अपने करियर में में इतने ही शतक जमाये थे और सचिन से पहले यह रिकॉर्ड उन्हीं के नाम दर्ज था। कोहली अपने हर शतक के लिए 5.94 पारियां लेते हैं और आने वाले समय में उनके लिए इस गति को बरकरार रख पाना मुश्किल ही लगता है। वहीं जब सचिन ने 51 शतक पूरे किये थे तो उन्होंने 5.67 प्रति पारी शतक लगाया था लेकिन करियर के अंत में यह बढकर 6.45 हो गया था। अगर कोहली की बात की जाये तो यह करीब 7 पारी प्रति शतक के करीब पहुँच जायेगा। ऐसे में 235 पारियों में कोहली 34 शतक तक पहुँच पाएंगे और यह अगर 6 पारी प्रति शतक के साथ चलते रहे तो कोहली करीब 40 शतक तक ही पहुँच पाएंगे पर यह मुश्किल दिखता है। जैसा कि देखा जा रहा है कि समय के साथ क्रिकेट बल्लेबाजों के पक्ष में झुकता जा रहा हैं, पिचें सपाट होती जा रही है ऐसे में अगर कोहली इस फॉर्म को बरकरार रखते हैं तो हो सकता है सचिन के आसपास पहुँच जाये। वैसे भी क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल है लेकिन फिर भी इस रिकॉर्ड का टूटना थोड़ा मुश्किल ही दिखता है। #3 एकदिवसीय मैच में कुल रन DN24jktUEAAp2mi एकदिवसीय क्रिकेट का एक ऐसा प्रारूप है जिसमें कोहली अगर आज भी संन्यास ले लेते हैं तो भी वो इस प्रारूप में दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में गिने जायेंगे। अभी यह देखना काफी रोचक होगा कि विराट कोहली अपने एकदिवसीय करियर में किस मुकाम तक पहुँचते हैं? सचिन तेंदुलकर ने अपने एकदिवसीय करियर में 463 मैचों की 452 पारियों में 44.83 की औसत से 18,426 रन बनाये हैं। उनके करियर के दौरान एकदिवसीय क्रिकेट में काफी बदलाव आये। जब सचिन ने क्रिकेट शुरू किया था उस समय 240-250 रन मैच जीतने के लिए काफी होते थे वहीं उनके करियर के अंतिम दौर में 320 रन बनाने के बाद भी टीमें सुरक्षित महसूस नहीं करती थी। जब सचिन खेलते थे उस समय वो एकदिवसीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे। अगर कोहली की बात करें तो उन्होंने अभी तक 202 एकदिवसीय मैचों की 194 पारियों में 55.74 की औसत से 9030 रन बनाये हैं और अभी उनका करियर आधे दौर तक ही पहुंचा है। परन्तु, आईसीसी ओडीआई लीग आने के बाद से एकदिवसीय मैचों की संख्या कम हो जाएगी और 5 या 7 मैचों की सीरीज पुरानी बात रह जाएगी। इसके अनुसार पहले चक्र में सभी टीमों प्रत्येक टीम के खिलाफ 3 मैचों की4 घरेलु और 4 बाहरी सीरीज खेलेगी जिसमें टीमों की कुल संख्या 13 होगी। ऐसे में अगर अनुमान लगाया जाये तो कोहली को 2027 विश्वकप तक लगभग 180 मैच खेलने का मौका मिलेगा। अगर चोट और आराम को हटा दें तो कोहली करीब 160 मैचों में टीम का हिस्सा रहेंगे। कोहली के वर्तमान औसत 55.7 है जिसके अनुसार वो 160 मैचों में 7500 और रन बना सकते हैं। ऐसे में उनके रनों की संख्या 360 मैचों में 16,500 ही पहुँच पायेगी जो सचिन से करीब 2000 रन कम है। हर बल्लेबाज के साथ देखा जाता है कि करियर के अंत में उसका औसत गिरता ही है और और ऐसे में कोहली अगर 53 की औसत भी बरकरार रख पाते हैं तो वह 15,900 तक ही पहुँच पाएंगे, जो सचिन के रनों से काफी कम है। सचिन का रिकॉर्ड टूटना इस बात पर निर्भर करेगा कि आईसीसी आने वाले समय में मैचों की संख्या में किस तरह का बदलाव करती है। अगर कोहली 400 एकदिवसीय मैच खेल जाते हैं तो शायद सचिन काफी पीछे हो जाएँ पर अभी आईसीसी के नये नियमों को देखते हुए यह मुश्किल ही लगता है। #4 एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक शतक sachin-tendulkar_ura85y4fzkh318v8494uwhfj7 विराट कोहली एकदिवसीय मैचों में बात-बात में ही शतक ठोक देते हैं। अब तो ऐसा लगता है कि अगर कोहली शतक नहीं बनाते है तो वह फॉर्म में ही नहीं हैं। कोहली लक्ष्य का पीछा करते और भी खतरनाक हो जाते हैं और ज्यादातर मौकों पर शतक ठोक कर टीम को जीत दिलाते हैं। सचिन तेंदुलकर की बात करें तो उन्होंने अपने करियर की 452 पारियों में 49 शतक जमाये थे और उन्होंने एक शतक के लिए 9.22 पारियां ली थी। यह संख्या उनसे पहले वाले खिलाड़ियों से काफी अधिक थी लेकिन कोहली अभी तक मात्र 192 पारियों में ही 32 शतक लगा चुके हैं और वो किसी भी सीरीज में शतक ना लगाये लगभग नामुमकिन ही है। कोहली ने एक शतक के लिए 6 पारियां ली हैं तो वहीं वर्तमान के बाकी खिलाड़ियों को देखें तो हाशिम आमला ने एक शतक के लिए 5.96 पारियां, क्विंटन डिकॉक ने 6.76 पारियां, शिखर धवन ने 8.36 पारियां और एबी डीविलियर्स ने 8.6 पारियां ली है। जबकि बाबर आज़म ने तो 35 पारियों में ही 7 शतक लगा दिए हैं। इससे यह बात साफ हो जाता है कि पहले के मुकाबले अब एकदिवसीय मैचों में शतक लगाना आसान हो गया है। पिचें सपाट हो गयी हैं, बल्ले पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो गये हैं, बाउंड्री छोटी हो चुकी है। विराट, सचिन के शतकों के रिकॉर्ड से मात्र 18 शतक पीछे हैं और वह इसी गति से शतक जमाते रहे तो 160 मैचों में वो 26 और शतक ठोक देगें और अगर उन्होंने शतक के लिए 8 पारियां भी ली फिर भी वो 20 शतक बना देंगे, जो सचिन के शतकों से ज्यादा है। वर्तमान परिदृश्य को देख कर लगता है कि कोहली आसानी से सचिन के आगे निकल जायेंगे लेकिन देखने वाली बात होगी कि कितना आगे। #5 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कुल रन Mumbai Sports And Fitness सचिन ने अपने करियर में मात्र 1 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेला है और वह भारतीय टीम का भी पहला मैच था। उसके बाद से टी20 क्रिकेट का काफी विकास हुआ है और अब यह एकदिवसीय और टेस्ट मैचों की तरह ही महत्वपूर्ण हो चुका है। सभी देशों के क्रिकेट बोर्ड के लिए पैसे बनाने का सबसे बड़ा जरिया भी टी20 ही है। आने वाले सालों में टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की संख्या में और भी बढ़ोतरी होने की सम्भावना है। सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 34,357 रन बनाये हैं और विराट ने अभी तक 15,631, जो सचिन के रनों के आधे से भी करीब 1500 रन कम है। पीछे किये गये विश्लेषण के अनुसार टेस्ट और एकदिवसीय मैचों को मिलाकर कोहली करियर में अंत तक 27,000 के आंकड़े तक पहुँच जायेंगे। वहीं टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अभी तक कोहली ने 1956 रन बनाये हैं और अगर वो 8-9 साल और खेलते हैं तो वह करीब 6000 टी20 रनों तक पहुँच सकते हैं। अगर टेस्ट, एकदिवसीय और टी20 के रनों को मिलाकर बात करे तो कोहली करियर के अंत तक करीब 33,000 रन तक पहुंच सकते हैं जो सचिन से थोड़ा ही कम है। बोनस: 100 अंतरराष्ट्रीय शतक tendulkar-100th-century पीछे किये गये विश्लेषण के अनुसार कोहली टेस्ट में करीब 35 और एकदिवसीय मैचों में करीब 55 शतकों तक पहुंचेंगे और भले ही उनके टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अभी तक कोई शतक नहीं है लेकिन वह आईपीएल में 4 शतकीय पारियां खेल चुके हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय टी20 में भी कोहली का शतक ज्यादा दूर नहीं है। इस सबों को मिला दें फिर भी कोहली के शतकों की संख्या 100 नहीं पहुँच पा रही। अंत में कुल मिलाकर अभी तो ऐसा लग रहा है कि कोहली सचिन के कीर्तिमान के आसपास तो पहुँच सकते है लेकिन ज्यादातर कीर्तिमानों का टूटना मुश्किल ही दिखता है। अभी तो सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है बाकि बातें आने वाले 8-9 सालों में साफ होगी कि क्या कोहली क्रिकेट के भगवान से आगे निकलते हैं या नहीं। लेखक- प्रशांत कुमार अनुवादक- ऋषिकेश सिंह

Edited by Staff Editor
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