भारत ने इंग्लैंड को तीन मैचों की टी20 सीरीज में 2-1 से हराकर मेहमान टीम को एक और झटका दिया। पहले टेस्ट और फिर एकदिवसीय सीरीज में हार झेलने वाली इंग्लैंड की टीम के लिए ये दौरा अच्छा नहीं रहा। भारत की टेस्ट और एकदिवसीय सीरीज जीत में कप्तान कोहली ने काफी शानदार बल्लेबाजी की थी लेकिन टी20 सीरीज में सलामी बल्लेबाज के तौर पर वो बुरी तरह फ्लॉप रहे। कोहली ने तीन मैचों में सिर्फ 52 रन बनाये और उनको खुद को सलामी बल्लेबाज के तौर पर भेजने का फैसला सही नहीं रहा। हालांकि कोहली ने अपनी इस असफलता को लेकर एक पत्रकार के सवाल का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा," मैं सीरीज जीतने पर ज्यादा खुश हूँ, न कि अपनी सलामी बल्लेबाजी को लेकर दुखी। अगर मैंने दो मैचों में 70 रन बनाये होते तो भी आप यही सवाल पूछते? ये गलत है, हमने सीरीज जीता, उसका मज़ा लीजिये। ये हमारे लिए अच्छी जीत रही।" कोहली ने ये भी कहा कि जब उन्होंने पिछले साल आईपीएल में सलामी बल्लेबाज के तौर पर चार शतक लगाये थे तब किसी ने कोई सवाल नहीं किया, लेकिन एक असफ़लता ने कई सवाल खड़े कर दिए। कोहली ने ये भी कहा कि टीम में और भी 10 खिलाड़ी होते हैं और अगर मै ही सब कुछ करने लगा तो वो क्या करेंगे? इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कोहली ने दोहरा शतक लगाने के अलावा एकदिवसीय सीरीज के तीन मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक लगाया था। टी20 अंतर्राष्ट्रीय में कोहली का औसत 53.40 है लेकिन इस सीरीज में उनका सर्वाधिक स्कोर सिर्फ 29 रहा। कोहली की कप्तानी में भारत को अभी बांग्लादेश के खिलाफ एक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट खेलने हैं। उसके बाद भारतीय टीम जून में चैंपियंस ट्रॉफी में अपने ख़िताब का बचाव करने जाएगी। उससे पहले भारतीय टीम के खिलाड़ी आईपीएल में भी हिस्सा लेंगे और उसमें कोहली के पास रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की कप्तानी होगी।