वीरेंदर सहवाग को MCC का ऑनरेरी लाइफ मेम्बर चुना गया

वीरेंदर सहवाग को MCC ने ऑनरेरी लाइफ मेम्बर चुना है। इससे पहले सहवाग के अलावा सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड और सौरव गांगुली को MCC के ऑनरेरी लाइफ मेंबर्स के रूप में चुना जा चुका है।

37 साल के वीरेंदर सहवाग का इंटरनेशनल करियर यादगार रहा है। उन्होंने 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 टी-20 मैच खेले हैं। सहवाग हमेशा से ही मैदान पर अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। सहवाग के नाम 8,586 टेस्ट रन और 8,273 वनडे रन हैं।

वीरेंदर सहवाग MCC क्लब से पहले भी जुडे रहे हैं। 2013 में अबु धाबी में यॉर्कशायर के खिलाफ हुए चैंपियंस काउंटी मैच में वो कप्तान थे, सहवाग ने उस मैच में शानदार शतकीय पारी खेली थी। वो MCC के खिलाफ 2014 में रैस्ट ऑफ द वर्ल्ड के खिलाफ खेले थे। सहवाग ने लॉर्ड्स में एक टेस्ट मैच ही खेला है, साल 2002 में हुए इस मैच में उन्होंने 84 और 27 रन बनाए थे।

MCC के हेड ऑफ क्रिकेट जॉन स्टीफनसन ने कहा, "हम सहवाग को ऑनरेरी मेम्बर शामिल करने पर स्वागत करते हैं। अपने पूरे करियर के दौरान वो शानदार प्लेयर रहे हैं। उन्हें पहले भी MCC को रिप्रेजेंट किया है। सहवाग इस सम्मान को पाने के पूरे हकदार हैं।

वीरेंदर सहवाग हमेशा से ही सचिन तेंदुलकर की तरह बनना चाहते थे। अपने शानदार करियर के दौरान उन्हें लंबे समय तक सचिन के साथ ड्रैसिंग रूम और पिच पर समय बिताया है। सचिन के साथ खेलने के बावजूद सहवाग ने दुनिया में अपनी खास पहचान बनाई। उनकी आक्रामकता की वजह से दुनिया भर के बॉलर उनसे खौफ खाते थे।

वीरेंदर सहवाग ने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में ट्रिपल सैंचुरी लगाई थी, इसके साथ ही सहवाग ऐसा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने थे। ट्रिपल सैंचुरी की सबसे खास बात ये थी कि उन्हें शकलैन मुश्ताक की गेंद पर छक्का लगाकर ये कारनामा किया था। वीरेंदर सहवाग टेस्ट, वनडे और टी-20 क्रिकेट में एक जैसी ही बल्लेबाजी करते थे। उनका बैटिंग करने के अंदाज को दुनिया भर में काफी पसंद किया जाता है।

क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के बाद सहवाग ने कमेंट्री में भी अपने हाथ आजमाएं। सहवाग आजकल सोशल मीडिया पर अपने ट्वीट्स और कमेंट्स को लेकर फैंस के बीच काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं।