रियो ओलंपिक्स में अपने प्रदरर्शन से सभी का दिल जीत लेने वाली, महिला जिमनास्ट दीपा करमाकर और महिला धावक ललिता बाबर की तारीफ़ों में हर तरफ़ क़सीदे गढ़े जा रहा हैं। दीपा ने महिला वॉल्ट के फ़ाइनल में पदक जीतने के बेहद क़रीब आकर नंबर-4 रहीं थी, जिसके बाद उन्होंने जिमनास्टिक जैसे इवेंट में भारत को विश्वपटल पर गौरांवित किया था। महिला धावक ललिता बाबर ने भी क़रीब 3 दशक बाद 3000 मीटर स्टीपलचेज़ दौड़ में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला बनीं थी। ललिता से पहले पीटी ऊषा ने इस इवेंट में भारत की ओर से ओलंपिक्स में शिरकत किया था। ललिता बाबर इस इवेंट में 10वें पायदान पर रहीं थी। इन दो महिलाओं के लिए टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज़ वीरेंदर सहवाग ने भारत सरकार से मांग की है और कहा है कि इनके नाम पर देश में ट्रेन या प्लेन चलाना चाहिए। सहवाग इन दिनों ट्विटर पर ख़ासा व्यस्त रहते हैं और हर एक चीज़ों पर अपनी राय ज़रूर रखते हैं। सहवाग ने दीपा और ललिता के लिए अपने ट्विटर अकाउंट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक चिट्ठी लिखी है।
(हर कोई उगते सूरज को सलाम करना चाहता है। हालांकि अभी तक हमारे चैंपियन्स ने भारत के लिए कोई पदक नहीं जीता है, लेकिन उनमे से कुछ ने जिस तरह से अपना प्रदर्शन किया है वह भी सारी विपरित परिस्थियों के बावजूद वह काब़िल-ए-तारीफ़ है। दो लड़कियों ने दीपा करमाकर और ललिता बाबर ने जो ओलंपिक्स में इस बार किया है, वह लाजवाब है। अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों और बिना किसी मदद के उन्होंने भारत का मान बढ़ाया है, जो सच में अद्भुत है। ज़रूरी है कि इसके लिए हम उन्हें इज़्ज़त दें। मेरी गुज़ारिश है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से कि इन दोनों के नाम पर कोई स्पेशल ट्रेन या फिर स्पेशल प्लेन चलाया जाए। अगर ये कुछ दिनों के लिए हो, तो भी कोई गुरेज़ नहीं। अगर ऐसा हुआ तो अभिभावकों को भी बढ़ावा मिलेगा साथ ही साथ युवा खिलाड़ियों को भी ये प्रेरित करेगा और वह कम लोकप्रिय खेलों में भी अपना करियर बनाना चाहेंगे।) सहवाग जो ज़्यादातर अपनी चुटकियों के लिए और दूसरे खिलाड़ियों की खिंचाई के लिए मशहूर हो गए हैं, लेकिन उनका ये ट्वीट सही मायनो में शानदार है और अगर भारत सरकार ने उनकी सलाह को सच कर दिया तो इन दो महिलाओं के लिए निश्चित ये किसी तोहफ़े से कम नहीं होगा।