भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और अपने जमाने में धमाकेदार बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले वीरेंदर सहवाग ने बताया कि अपने 14 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर के दौरान उन्हें सबसे ज्यादा डर श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन से लगा। हिंदुस्तान टाइम्स के एक इवेंट में सहवाग ने इस बारे में बताया। सहवाग ने मुरलीधरन के गेंदबाजी एक्शन और लेंथ के कारण उन्हें खतरनाक बताया। अपने करियर के दौरान सहवाग और मुरलीधरन का कई बार सामना हुआ और महान स्पिनर ने सहवाग को तीन बार आउट किया है। सहवाग ने वैसे श्रीलंका के खिलाफ 11 टेस्ट मैचों में 5 शतक की मदद से 1239 रन बनाये हैं, जिनमें दो दोहरे शतक शामिल हैं। 2009 के मुंबई टेस्ट में मुरलीधरन ने ही सहवाग को 293 रनों के स्कोर पर आउट किया था और उन्हें अपना रिकॉर्ड तीसरा तिहरा शतक बनाने से रोका था। हालांकि उस मैच में सहवाग ने मुरली की काफी धुनाई भी की थी। 2008 में सहवाग ने गॉल टेस्ट में मुरली और मेंडिस की जोड़ी के सामने 201 रन बनाये थे और भारत ने वो मैच जीता था। टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड 800 विकेट लेने वाले मुरलीधरन ने अपने समय में कई दिग्गज बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी से परेशान किया। वैसे अपनी गेंदबाजी एक्शन के कारण कई बार मुरलीधरन को विवाद का सामना करना पड़ा लेकिन फिर भी उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड है और उस रिकॉर्ड का टूटना फ़िलहाल नामुमकिन लग रहा है। संन्यास के बाद भी मुरलीधरन कई टी20 लीग में खेलते हुए दिखे हैं। आईपीएल में उन्होंने कई टीमों की तरफ से हिस्सा लिया और वो 2010 की आईपीएल और चैंपियंस लीग की विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स टीम का हिस्सा भी थे। जहाँ सहवाग जैसे धाकड़ बल्लेबाज मुरलीधरन को सबसे खतरनाक गेंदबाज बताया है, वहीं राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के महान गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा को सबसे मुश्किल गेंदबाज बताया था। सचिन तेंदुलकर ने सबको चौंकाते हुए दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैन्सी क्रोन्ये को सबसे मुश्किल गेंदबाज बताया था।