भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ वीरेंदर सहवाग ने टेस्ट कप्तान विराट कोहली पर लगाए गए बॉल टेंपरिंग मामले को लेकर अंग्रेजी मीडिया को करार जवाब दिया। भारत ने हाल ही में इंग्लैंड पर पांच मैचों की सीरीज की पहली जीत हासिल हासिल की है, और इंग्लिश टीम को बैकफुट पर ला खड़ा किया है। हालांकि अक्सर क्रिकेट में होता ये है कि हारने वाली टीम मैच जीतने टीम के मनोबल को तोड़ने के लिए कुछ उलटे फुलटे बयान देती है, पर इस बार हारी हुई टीम ने नहीं बल्कि उसके देश की मीडिया ने विरोधी कप्तान पर बॉल टेंपरिंग का कलंक लगा दिया जिसका उसके पास कोई पुख्ता सबूत भी नहीं था। इस आरोप के शिकार हुए भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली के समर्थन में आये टीम इंडिया विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ वीरेंदर सहवाग। सहवाग ने इसे काफी बचकाना हरकत बताई और कहा कि वो बस विराट कोहली के मनोबल को चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय मीडिया से बात करते हुए सहवाग ने कहा “ये अक्सर देखने को मिलता है कि हारी हुई टीम अपनी भड़ास निकालने के लिए विजेता टीम के लिए कुछ ग़लत बातें कह देती है, पर इस मामले में टीम को कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन उनके देश की मीडिया को पता नहीं क्या परेशानी है। मेरा मानना है कि हार हार होती है उसे चुप चाप मान लेना चाहिए। हमने भी बाहर कई मैच खेले हैं और हार भी झेली है पर हमने तो कभी विपक्ष पर उंगलियां नहीं उठाई, हमने बस अगले मैच पर ध्यान लगाया है”। “मुझे नहीं लगता है कि गेंद को चमकाने के लिए थूक लगाना ग़लत बात है, खिलाडी गेंद पर थूक ही तो लगाते हैं कुछ और तो नहीं”: वीरेंदर सहवाग हालांकि कुछ ही दिनों पहले दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा कप्तान फाफ डू प्लेसी भी बॉल टेंपरिंग के मामले में दोषी पाए गए थे जिसके लिए उन्हें आईसीसी द्वारा सख्त सज़ा सुनाई गई थी। अब देखना ये है कि विराट कोहली पर लगा ये आरोप कितना सच है और कितना झूट, पर इससे एक बात तो तय है कि मोहाली में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया के इस विराट खिलाड़ी पर बाहरी दबाव बनाने के लिए इंग्लिश अखबार पूरी कोशिश कर रहा है।