चाइना की स्मार्टफोन कंपनी VIVO ने अपने प्रतिद्वंदी ओप्पो को पछाड़ते हुए अगले 5 सालों तक आईपीएल की स्पोंसरशिप को रिटेन किया।2018 से लेकर 2022 तक के कॉन्ट्रैक्ट में पिछले करार से 554 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
कैंडिडेट के लिए अपने डॉक्यूमेंट्स और एप्लीकेशन को सबमिट करने की आखिरी तारीख 21 जून थी और यह प्रक्रिया 31 मई को शुरू हुई थी। स्पोंसरशिप की पीरियड को 2018 से लेकर 2022 तक कर दिया गया। बिड डॉक्यूमेंट 3 लाख पर उपलब्ध था और मीडिया टेंडर 17 जुलाई से शुरु हो गई थी।
वीवो ने 2,199 करोड़ का बिड किया और इसी के साथ उन्होंने ओप्पो द्वारा लगाई गई 1430 करोड़ की बिड को ओवरटेक किया। द स्मार्टफोन कंपनी ने पहले 2016 और 2017 के लिए इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए स्पोंसरशिप राइट्स को पेप्सी से ख़रीदा था। सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी से पहले इस टूर्नामेंट के राइट्स पहले 5 वर्षों तक रियल एस्टेट कंपनी DLF के पास थे।
वीवो का नाम अब आईपीएल के साथ अगले 5 सालों तक जुड़ा रहेगा, जिसकी शुरुआत अगले साल होने आईपीएल से होगी। अगला साल आईपीएल के लिए काफी अहम होने वाला है, क्योंकि सभी टीमों में तो परिवर्तन होंगे ही और इसके अलावा अगले साल ओपन ऑक्शन में काफी कुछ देखने को मिल सकता है। चाइना की इस कंपनी के लिए बड़ी उपलब्धि होगी और वो इंडिया और साउथ एशियन रीजन में अपनी पहचान बनाने में भी कामयाब हो रहे हैं, इसके साथ ही वो अपने प्रतिद्वंदी को कड़ी चुनौती भी दे रहे हैं। वीवो आईपीएल के अलावा 2018 और 2022 में होने वाले फीफा वर्ल्ड कप में भी स्पोंसर की भूमिका में होंगे। इंडियन क्रिकेट और आईपीएल एक बहुत बड़ी मार्केट हैं और वीवो और ओप्पो जैसे ब्रांड इस ऑडियंस में छाप छोड़ने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। 10 साल के बाद भी आईपीएल में जितना पैसा अभी भी लग रहा है, आने वाले समय में इसमें और इजाफा ही होगा। Published 27 Jun 2017, 14:26 ISTVIVO retains title sponsorship for IPL 2018-22. They bid Rs.2,199 Crores, 554% increase over the previous contract! pic.twitter.com/6D7RXooTvB
— IndianPremierLeague (@IPL) June 27, 2017