इस मैच में लक्ष्मण की पारी को सालों तक याद रखा जाएगा। भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि वर्ल्ड क्रिकेट के इतिहास में इस पारी को सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। एक ऐसी पारी जिसने वर्ल्ड क्रिकेट में भारतीय टीम के टेस्ट क्रिकेट की परिभाषा ही बदल दी और ये ऐतिहासिक पारी खेली वेरी-वेरी स्पेशल वीवीएस लक्ष्मण ने। पहली पारी में भारतीय टीम ज्यादा स्कोर नहीं खड़ा कर पाई। इसलिए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने भारतीय टीम को फॉलोआन खेलने के लिए कहा। दूसरी पारी में भी भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज सदगोपन रमेश को शेन वॉर्न ने आउट कर भारत को पहला झटका दिया। उस समय टीम का स्कोर 52 रन था। पहला विकेट जल्द गिरने के बाद भारतीय कप्तान गांगुली ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया और वीवीएस लक्ष्मण को नंबर 6 की बजाए प्रमोट कर नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए भेज दिया। लक्ष्मण ने पहली पारी में जहां पर खत्म किया था दूसरी पारी में वहीं से शुरुआत की। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया ने कुछ और विकेट चटका दिए। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलक भी आउट हो चुके थे और भारत का स्कोर 3 विकेट पर 115 रन था। मैच में भारत की पकड़ कमजोर होती जा रही थी। ऐसे में वीवीएस लक्ष्मण ने एक छोर संभाले रखा। उन्होंने कमजोर गेंदों को अपना निशाना बनाया और कप्तान गांगुली के साथ 100 रनों की साझेदारी की। दोनों बल्लेबाज 232 रनों तक भारतीय पारी को ले गए। इसी स्कोर पर मैक्ग्रा ने गांगुली को आउट कर भारतीय टीम को चौथा झटका दिया। गांगुली के आउट होने के बाद मिस्टर भरोसेमंद राहुल द्रविड़ बल्लेबाजी के लिए आए। दोनों ही बल्लेबाजों ने सधी हुई बल्लेबाजी की और दिन का खेल खत्म होने तक और कोई विकेट नहीं गिरने दिया। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम का स्कोर 4 विकेट पर 254 रन था। पहली पारी के आधार पर भारतीय टीम अब भी ऑस्ट्रेलियाई टीम से एक पारी और 232 रनों से पीछे थी। जबकि चोटी के 4 बल्लेबाज आउट भी हो चुके थे। भारतीय टीम मैच में काफी मुश्किल हालात में थी। लेकिन मैच के चौथे दिन जो हुआ उस पर आज भी यकीन नहीं होता। वीवीएस लक्ष्मण ने चौथे दिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। तेज गेंदबाज हों या फिर स्पिनर लक्ष्मण ने किसी को नहीं छोड़ा। मैच में लक्ष्मण ने पहले अपना शतक पूरा किया फिर दोहरा शतक और अंत में 281 रनों की मैराथन पारी खेलकर आउट हुए। राहुल द्रविड़ ने भी लक्ष्मण का बखूबी साथ दिया और उन्होंने भी 180 रनों की मैराथन पारी खेली। फॉलोआन खेलने के बावजूद भारतीय टीम ने ये मैच 171 रनों से जीत लिया। इस मैच में लक्ष्मण की 281 रनों की पारी को टेस्ट क्रिकेट की सबसे ऐतिहासिक पारियों में से एक माना गया। लक्ष्मण की ये पारी आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। हालांकि द्रविड़ की पारी को भी इस मैच में भुलाया नहीं जा सकता है।