दुनिया में क्रिकेट को अगर सबसे बेहतर खेल माना जाता है तो वो सिर्फ इस लिए के इसे बेहद सरल और सही तरीके से खेला जाता है। वैसे अगर देखा जाए तो सभी खेलों की तरह इस खेल में भी कई ऐसे नियम कानून हैं जिसका पालन ना करने पर खिलाड़ी को कई ऐसे दंड दिये जाते हैं जिससे उसका करियर खत्म हो जाता है। और खास कर अगर किसी खिलाड़ी को खेल की प्रतिष्ठा का उल्लंघन करते दोषी पाया जाए तो उसके लिए खेल प्रतिबंध सबसे बड़ी सज़ा होती है, पर ऐसी ही सज़ा से उबर कर वापस आना एक कामयाब खिलाड़ी की पहचान होती है। मेरी कही बातों से आपको अंदाज़ा तो हो ही रहा होगा कि मेरा इशारा किस तरफ है। चलिये मैं अपनी बातों को आपके सामने खुलकर पेश करता हूँ। क्रिकेट में मैच फिक्सिंग के लिए दोषी पाये गए पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज मोहम्मद आमिर को पाँच साल का खेल प्रतिबंध लगाया गया था। उस सज़ा के साथ साथ आमिर को बहुत सारी बेइज्जती से भी गुजरना पड़ा था। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह के कारनामे की वजह से इस तेज़ गेंदबाज को पूरे पाँच साल क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था। पर साल 2016 में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में फिर से शानदार वापसी कर आमिर ने सभी आलोचकों को करारा जवाब दिया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ वापसी कर उन्होंने शानदार गेंदबाजी की और उसके बाद एशिया कप और वर्ल्ड टी-20 में बेहतरीन गेंदबाजी कर आमिर ने सबका दिल जीत लिया। इस युवा गेंदबाज की हौसला अफजाई करने कई पाकिस्तानी खिलाड़ी आगे आए। उनके साथी खिलाड़ी वहाब रियाज़ ने आमिर को सबका चहीता बताया और कहा “वो ऐसे खिलाड़ी नहीं जिन्हें अकेला छोड़ा जाए, वो हमारी पाकिस्तानी टीम का हिस्सा हैं, और सभी सीनियर खिलाड़ी के लिए बच्चे जैसे हैं”। ईएसपीएन क्रिक इन्फो के साथ बात करते हुए वहाब ने कहा “आमिर सभी पाकिस्तानी खिलाड़ी के छोटे भाई की तरह हैं, और समर्थकों से भी गुजारिश करते हैं कि वो इस युवा खिलाड़ी का प्रोत्साहन करें”।