मिस्बाह के जैसे 10 साल और खेलना चाहता हूं : अशरफुल

बांग्लादेश के बल्लेबाज मोहम्मद अशरफुल जून 2013 में लगे प्रतिबंध के बाद पहली बार घरेलू टूर्नामेंट में खेलने के लिए वापसी कर रहे हैं। अशरफुल पर 2013 बीपीएल में भ्रष्टाचार मामले में संलिप्त पाए गए थे, जिसके बाद उन पर अनिश्चिकाल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि उन्हें बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के दायरे के बाहर क्रिकेट खेलने की इजाजत मिली थी। उन्होंने 2014 और 2015 में अमेरिका में क्रिकेट खेला और इस वर्ष कुछ मैच यूके (यूनाइटेड किंगडम) में खेले। कुछ मौकों पर उन्हें अपने वकील दोस्तों के साथ ढाका के छोटे मैदानों पर भी खेलते देखा गया। पूर्व बांग्लादेशी कप्तान ने कहा कि छोटे मैदानों पर खेलने का अनुभव बहुत अलग रहा। अशरफुल ने युवा उम्र में अधिकांश मैच ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में खेले। वह अब अपनी उपयोगिता साबित करने के लिए बांग्लादेश के घरेलू क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं। अशरफुल ने क्रिकइंफो से बातचीत में कहा, 'मैंने पहले कई मैच बुलावे पर खेले। मैं सिलहेट में उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे लगातार मैच खेलने के लिए बुलाया। मैंने कुलौरा और बर्लेखा में टी20 टूर्नामेंट खेले। मैंने सतखिरा में भी खेला जहां मुस्ताफिजुर रहमान ने अपना टी20 डेब्यू किया और मुझे दूसरी गेंद पर आउट किया। ऐसा कुछ अनुभव रहा।' उन्होंने आगे कहा, 'जब 2001 में मैंने खेलना शुरू किया तब खालिद महमूद और अमिनुल इस्लाम से ख्याप टूर्नामेंट की कहानी सुनी थी। मगर मुझे कभी उसमें खेलने का मौका नहीं मिला। 2001 के बाद हमेशा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट रहा। इसलिए प्रतिबंध के बाद मैंने इस तरह के मैचों में भाग लिया। मैं हर किसी को दिखाना चाहता था कि अभी मैं जिंदा हूं।' अशरफुल को पता है कि 30 की उम्र के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी बहुत मुश्किल है, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के उम्रदराज कप्तान मिस्बाह उल हक से काफी प्रेरणा ली है। अशरफुल ने कहा, 'मैं पहले घरेलू क्रिकेट में खेलकर खुद को साबित करना चाहता हूं। बांग्लादेश में क्रिकेट के लिए 30 की उम्र के बाद अपना करियर बढ़ाना चुनौतीपूर्ण होता है। मैं भी लंबे समय के बाद वापसी कर रहा हूं, जो किसी क्रिकेटर के साथ शायद ही हो। मगर मैं दोनों चुनौतियों को स्वीकार कर रहा हूं। मुझे मिस्बाह के समान 10 वर्ष और क्रिकेट खेलना है। मेरी उम्र अभी 32 है और मिस्बाह जैसे 42 तक खेलना चाहता हूं।' अशरफुल पर 2013 बीपीएल में मैच फिक्सिंग में संलिप्तता के कारण 8 वर्ष का प्रतिबंध लगा था, लेकिन उनके प्रतिबंध को तीन वर्ष के लिए घटा दिया गया। अशरफुल को लेकर टीम के साथियों की मिश्रित प्रतिक्रिया है। मुश्फिकुर रहीम ने कहा कि अशरफुल की भूमिका से बांग्लादेश क्रिकेट टीम की छवि को नुकसान पहुंचा है। अशरफुल ने कहा, 'मैंने हाल ही में तमीम का इंटरव्यू देखा था, जिसमें उन्होंने कहा कि वह मेरी वापसी का इंतजार कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि किसी को मुझसे कोई परेशानी होगी। मैंने स्वीकार किया जो गलती हुई और मैंने किसी क्रिकेटर को नुकसान नहीं पहुंचाया। जब मैं बल्लेबाजी करने उतरूंगा तब एक या दो तंज मुझ पर कसे जाएंगे ताकि वह मेरा विकेट ले सके।' अशरफुल का पहला लक्ष्य आगामी बांग्लादेश क्रिकेट लीग प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट में खेलना है जो 20 सितंबर को शुरू होगा। शायद उन्हें प्रतियोगिता में शामिल नहीं किया जाए, लेकिन वह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने को लेकर काफी राहत महसूस कर रहे हैं।