ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम द्वारा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान बॉल टैंपरिंग का मामला शांत ही हुआ था कि अब एक और नई घटना सामने आ गई है। हाल ही में श्रीलंका-वेस्टइंडीज टेस्ट मैच के दौरान फिर से बॉल टैंपरिंग का मामला सामने आया है। श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चांडीमल को इस मामले में आरोपी बताया जा रहा है जबकि वह आईसीसी से खुद के निर्दोष होने की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रिकेट इतिहास में बॉल टैंपरिंग के लिए सबसे पहले किस खिलाड़ी को दोषी पाया गया था और सजा मिली थी।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे पहले गेंद से छेड़खानी करने के मामले में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनुस को दोषी पाया गया था। उनको जानबूझकर की गई इस गलती के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने सजा भी दी थी। इस घटना के बाद आईसीसी ने वकार के एक मैच खेलने पर पाबंदी लगाई थी। वकार यूनुस को 2001 में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच के दौरान गेंद से छेड़खानी करते हुए पाया गया था। उन्होंने गेंद की सीम को उधेड़ने की कोशिश की थी। उनको ऐसा करते हुए कैमरे पर पकड़ा गया था।
वकार को गेंद की सिलाई यानी सीम को उधेड़ते हुए टीवी कैमरों में साफ - साफ देखा जा सकता था। इस तरह से गेंद से छेड़छाड़ यानी बॉल टैंपरिंग मामले में सजा पाने वाले वकार पहले खिलाड़ी थे। वकार को एक मैच के लिए बैन करनेे के अलावा आईसीसी ने इस मुकाबले में पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर अजहर महमूद पर भी मैच फीस का 75 प्रतिशत जुर्माना लगाया था। हाल-फिलहाल बॉल टैंपरिंग की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए आईसीसी इसके लिए सजा के प्रावधान कड़े करने का विचार कर रही है। इस महीने के अंत में दुबई में होने वाली आईसीसी की सालाना बैठक में इसको लेकर फैसला किया जाएगा।