चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2017: अभ्यास मैचों ने साबित किया धोनी की बादशाहत को कोहली रखेंगे क़ायम

8 देशों के बीच चैंपियंस ट्रॉफ़ी का आग़ाज़ गुरुवार से मेज़बान इंग्लैंड और बांग्लादेश के मुक़ाबले के साथ शुरू होने वाला है। जिसके लिए सभी टीमों के बीच वॉर्म-अप मुक़ाबले भी हुए, ताकि सभी टीम अपनी कमज़ोरियों और ताक़त को परख सकें। सभी की नज़रें थी विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया पर, जो चैंपियंस ट्रॉफ़ी की मौजूदा चैंपियन भी है। 2013 में खेले गए पिछले मिनी वर्ल्डकप में मेज़बान इंग्लैंड को शिकस्त देकर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी का बादशाह बना था। इस बार भी टीम ज़बर्दस्त फ़ॉर्म में नज़र आ रही है, भारत ने अपने दोनों ही अभ्यास मैचों में एकतरफ़ा जीत हासिल की है। पहले मैच में जहां टीम इंडिया ने कीवियों को 7 विकेट से करारी शिकस्त दी तो दूसरे अभ्यास मैच में बांग्लादेश को 240 रनों से मात देकर एक ज़ोरदार हुंकार भर दी है। टीम की कमान अब धोनी की जगह कोहली के कंधों पर है, लेकिन हौसले और इरादे एक बार फिर इतिहास दोहराने पर है। भारत के लिए अच्छी बात है शिखर धवन से लेकर विराट कोहली और रिज़र्व बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक का शानदार फ़ॉर्म। धवन ने पहले मैच में 40 तो दूसरे मुक़ाबले 60 रनों की पारी खेलते हुए 2013 चैंपियंस ट्रॉफ़ी की याद ताज़ा करा दी। ठीक वैसे ही दूसरे मैच में 94 (रिटायर्ड आउट) बनाते हुए कार्तिक ने भी अपनी दावेदारी ठोक दी है। आईपीएल में फ़्लॉप रहे कोहली ने भी आग़ाज़ अर्धशतक के साथ किया है, तो धोनी ने भी मैच फ़िनिशर का रोल बख़ूबी निभाया। बात गेंदबाज़ों की करें तो वहां भी उमेश यादव से लेकर भुवनेश्वर कुमार और 2015 वर्ल्डकप के बाद वनडे टीम में वापसी कर रहे मोहम्मद शमी की धार भी शानदार नज़र आ रही है। डेथ ओवर स्पेशलिस्ट जसप्रीत बुमराह भी रंग में हैं, बांग्लादेश के ख़िलाफ़ हार्दिक पांड्या ने तो गेंद और बल्ले दोनों से ही प्रभावित किया है। स्पिन विभाग में रविंद्र जडेजा भी अपनी फिरकी पर बल्लेबाज़ों को नचाते दिखाई दे रहे हैं। यानी पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 4 जून से अभियान का आग़ाज़ करने वाली टीम इंडिया काग़ज़ के साथ साथ मैदान पर भी मज़बूत मालूम पड़ रही है। हालांकि, कुछ जगहों पर कमर कसने की भी ज़रूरत है जिसमें सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा का फ़ॉर्म चिंता का सबब है, जिन्होंने दूसरे अभ्यास मैच में केवल एक रन बनाए और पहला मुक़ाबला वह अपने भाई की शादी की वजह से नहीं खेल पाए थे। रोहित के अलावा अजिंक्य रहाणे (7 और 11) का ख़राब फ़ॉर्म उन्हें प्लेइंग-XI में शामिल करने की इजाज़त देता नज़र नहीं आ रहा। कुछ ऐसा ही हाल स्पिन विभाग में आर अश्विन का भी है, हमेशा की तरह सफ़ेद गेंद से उनकी गेंदो में वह पैनापन नज़र नहीं आ रहा जो कमाल वह लाल गेंदो से टेस्ट में किया करते हैं। क्या अश्विन को बाहर रखने का कड़ा फ़ैसला टीम मैनेजमेंट करेगी ? इसके लिए 4 जून तक का इंतज़ार करना होगा। इन सबके बीच सिक्सर किंग युवराज सिंह तबीयत ख़राब होने की वजह से दोनों ही अभ्यास मैच से बाहर रहे थे, ऐसे में अगर वह पाकिस्तान के ख़िलाफ़ फ़िट नहीं हो पाते हैं तो उनकी जगह इनफ़ॉर्म दिनेश कार्तिक नंबर-4 पर खेल सकते है। बहरहाल, टीम कॉम्बिनेशन क्या होगी इसपर चिंता करना टीम मैनेजमेंट का काम है। लेकिन एक बात तो साफ़ है कि 2013 में धोनी की हासिल की हुई बादशाहत को किसी भी क़ीमत पर कोहली जाने नहीं देना चाहेंगे।