पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम (Wasim Akram) ने अपनी किताब 'सुल्तान' में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें कोकीन की ऐसी लत लग गई थी कि उसे छुड़ाने के लिए उन्हें पाकिस्तान में एक रिहैब सेंटर में जाना पड़ा था लेकिन वहां पर उन्हें उनकी मर्जी के खिलाफ ढाई महीने तक जबरदस्ती रखा गया था।
वसीम अकरम ने खुलासा किया कि वो कोकीन के काफी आदी हो गए थे और इसकी वजह से उनकी निजी जिंदगी पर भी काफी असर पड़ने लगा था। अक्सर उनकी पत्नी के साथ उनका झगड़ा हो जाया करता था। अकरम के मुताबिक अपने नशे की लत को छुड़ाने के लिए उन्हें रिहैबिलिटेशन सेंटर में जाना पड़ा लेकिन वहां पर उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वो किसी बुरे सपने से कम नहीं था।
वसीम अकरम ने लिखा 'इंग्लैंड में पार्टी के दौरान किसी ने पूछा कि क्या आप ट्राई करना चाहते हैं ? मैं रिटायर हो चुका था और मैंने कहा कि हां। वो एक लाइन मेरे लिए काफी दिक्कतें पैदा कर गई। मैं पाकिस्तान वापस आ गया। किसी को नहीं पता था कि वो क्या चीज है लेकिन उपलब्ध थी। मुझे एहसास हुआ कि उसके बिना मेरा गुजारा ही नहीं हो सकता है। मेरे लिए चीजें बुरी से बुरी होती गईं। मेरे बच्चे छोटे थे और मेरी पत्नी से मेरी बहस हो जाती थी। उसने मुझसे कहा कि मुझे मदद की जरूरत है।'
रिहैब सेंटर में मुझे मेरी मर्जी के खिलाफ रखा गया - वसीम अकरम
वसीम अकरम ने आगे लिखा 'मेरी पत्नी ने कहा कि तुम्हें रिहैब की जरूरत है। मैंने कहा कि ठीक है मैं वहां पर एक महीने के लिए जाऊंगा लेकिन उन लोगों ने मेरी मर्जी के खिलाफ वहां पर मुझे ढाई महीने तक रखा। दुनिया में ये चीज गैरकानूनी है लेकिन पाकिस्तान में ऐसा नहीं है। मैं उस भयानक जगह पर बिना अपनी मर्जी के रहा।'