कानपुर में टेस्ट (IND vs NZ) डेब्यू करने वाले श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने अपने करियर की पहली ही पारी में शानदार शतक जड़ा। डेब्यू टेस्ट में शतक बनाने वालों की लिस्ट में अय्यर 16वें खिलाड़ी बने। अय्यर की शानदार बल्लेबाजी को सभी ने सराहा लेकिन पूर्व भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर का मानना है कि इस युवा बल्लेबाज के लिए असली चुनौती दक्षिण अफ्रीका का दौरा होगा, जहां उन्हें शॉर्ट पिच गेंदों का सामना करना पड़ेगा।
श्रेयस अय्यर के अब तक के करियर पर नजर डालें तो उनको छोटी गेंदों के सामने परेशानी में देखा गया है। यहां तक की सीमित ओवरों के प्रारूप में भी गेंदबाजों ने उनकी इस कमजोरी को टारगेट किया है।
ईएसपीएन क्रिकइंफो पर वसीम जाफर ने कहा,
उसके लिए एकमात्र चुनौती वह गेंद होगी जो उनकी तरफ बाउंस होकर आएगी। कभी-कभी मुझे लगता है कि वनडे में भी गेंदबाज उसे वहीं निशाना बनाते हैं। और टेस्ट क्रिकेट में, उस पर छोटी गेंदों की बौछार होने वाली है। जब वह दक्षिण अफ्रीका जाएंगे तो मुझे यकीन है कि वे वहां उनकी परीक्षा लेंगे। और वह कुछ ऐसा है, जहां उनकी असली परीक्षा होगी। क्योंकि आप उनका सामना नहीं कर सकते, जो 140-145+ से गेंदबाजी कर रहे हों।
उसे यह समझने की जरूरत है कि किसी न किसी स्तर पर, वह हर बार हर किसी का सामना नहीं कर सकता। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें मुझे लगता है कि उसे सुधार करने की जरूरत है। अन्यथा उसके पास शानदार खेल है।
कानपुर टेस्ट में श्रेयस का शानदार शतक
कानपुर टेस्ट के पहले दिन श्रेयस अय्यर ने जबरदस्त बल्लेबाजी की थी और 75 रन बनाकर नाबाद लौटे थे। अपनी उसी लय को दूसरे दिन भी अय्यर ने जारी रखा और पहले सत्र में तेजी से बल्लेबाजी करते हुए अपनी टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ा। अय्यर ने आउट होने से पहले 171 गेंदों में 13 चौके और 2 छक्के की मदद से 105 रन की शानदार पारी खेली।