मांकडिंग हमेशा से क्रिकेट में एक विवादास्पद विषय रहा है। ICC के नियमों के अनुसार कानूनी होने के बावजूद, दुनिया भर के खिलाड़ियों और क्रिकेट दिग्गजों ने मांकडिंग की आलोचना की है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह खेल की भावना के खिलाफ है। इस बीच क्लेरमॉन्ट और न्यू नॉरफ़ॉक के बीच सदर्न क्रिकेट एसोसिएशन टूर्नामेंट (SCA) के ग्रैंड फाइनल के दौरान हुई एक घटना के बाद एक बार फिर मांकडिंग को लेकर विवाद सामने आया है। जहां एक तस्मानियाई बल्लेबाज गेंदबाज द्वारा मांकड़ से आउट होने के बाद अपना आपा खो बैठा और गुस्से में अपना बल्ला और ग्लव्स फेंक दिया। वहीं, अब इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
फॉक्स क्रिकेट ने इसका वीडियो अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक गेंदबाज नॉन-स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज को मांकड़ कर देता है। जैसे ही अंपायर बल्लेबाज को आउट करार देते हैं, वह बल्लेबाज अपना आपा खो बैठता है और अजीब रिएक्शन देता है। वहीं, पवेलियन की ओर लौटते वक्त बल्लेबाज अपने बल्ले को हवा में फेंक देता है। बल्लेबाज का गुस्सा यहीं नहीं थमता है वह इसके बाद अपने ग्लव्स और हेलमेट को भी फेंकता हुआ नजर आता है।
वहीं, ड्रेसिंग रूम की ओर जाते वक्त वह विरोधी टीम को गुस्से में कुछ कहता हुआ दिखाई देता है। सोशल मीडिया इस पूरी घटना का वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है। फैंस इस घटना पर अलग-अलग तरह के रिएक्शन्स दे रहे हैं।
क्या क्रिकेट में मांकडिंग कानूनी है?
क्रिकेट में मांकडिंग हमेशा एक विवादास्पद मुद्दा रहा है। यह खेल के लिए सही है या नहीं इस पर राय बंटी हुई है। हालांकि, पिछले साल आईसीसी ने एक महत्वपूर्ण नियम में बदलाव करते हुए नॉन-स्ट्राइकर रन आउट को 'अनफेयर प्ले' की कैटेगरी से वैध 'रन आउट' की कैटेगरी में शामिल कर दिया और यह नियम अब प्रभाव में भी है।
नॉन-स्ट्राइकर को रन आउट करने के नियम में स्पष्ट रूप से कहा गया है, "यदि नॉन-स्ट्राइकर गेंद के खेल में आने से पहले किसी भी समय अपने क्रीज से बाहर है, खासकर जब गेंदबाज सामान्य रूप से गेंद को फेंकने वाला है, तो नॉन-स्ट्राइकर रन आउट होने के लिए खुद उत्तरदायी होता है।"
