दक्षिण अफ्रीका के दौरे की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने पिचों में बदलाव करने के लिए कहा था लेकिन नागपुर और दिल्ली टेस्ट में तेज पिचों का नजारा देखने को नहीं मिला। इस बात को ध्यान में रखते हुए भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ जैसी पिचों की हम उम्मीद कर रहे थे, हमें उस प्रकार की पिच देखने को नहीं मिली लेकिन एक तेज गेंदबाज के रूप में मैं कह सकता हूँ कि मौजूदा पिच पर लगातार लम्बे स्पेल में गेंदबाजी करना भी हमारे लिए लाभदायक रहा है। मोहम्मद शमी ने दक्षिण अफ्रीका दौरे की तैयारियों और श्रीलंका के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में पिचों को लेकर कहा कि दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले जिस तरह की टीम मैनेजमेंट ने पिच की मांग की थी। वह नागपुर और दिल्ली टेस्ट में हमें नहीं देखने को मिली लेकिन यह बात हमारे लिए ठीक भी है, क्योंकि एक तेज गेंदबाज होने के नाते हमें इन पिचों पर ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है। इस तरह के ट्रैक्स से हमारी फिटनेस और लम्बे स्पेल में गेंदबाजी करने की काबिलियत का पता चल रहा है। भारतीय पिचों पर तेज गेंदबाज लम्बे स्पेल कम ही करते नजर आते हैं। विदेशी पिचों पर तेज गेंदबाजों को लम्बे स्पेल करने होते है। इस कारण मौजूदा पिच हमारी गेंदबाजी ताकत की परीक्षा ले रही है। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के तीसरे और आखिरी टेस्ट में भारतीय तेज गेंदबाजों ने लम्बे समय तक गेंदबाजी की। मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा ने श्रीलंका पारी के दौरान अभी तक 51 ओवरों की गेंदबाजी करते हुए पारी में लम्बे स्पेल किये। भारतीय टीम के 536 रनों के जवाब में श्रीलंकाई टीम ने जुझारूपन दिखाते हुए तीसरे दिन 9 विकेट पर 356 रन बना लिए हैं। पहले दो सत्र श्रीलंका के नाम रहे, तो आखिरी सत्र में आर. अश्विन और मोहम्मद शमी की बेहरतीन गेंदबाजी की बदलौत भारतीय टीम ने इस मैच में वापसी कर ली है।