श्रीलंका टीम के कार्यवाहक कप्तान चमारा कपूगेदरा भारत के खिलाफ लगातार तीसरे एकदिवसीय मैच में मिली हार से बेहद दुखी हैं। उनका कहना है कि टीम जीतने की कला भूल गई है। उन्होंने श्रीलंकाई खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे चौथे मैच से पहले अपनी कमजोरियों को दूर करके मैदान में उतरें। मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत में कपूगेदरा ने कहा कि बाहर से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि हम जीत का सूत्र भूल चुके हैं। उन्होंने कहा कि ' मैंने देखा है ये कई बार होता है। जब एक टीम जीत के बेहद करीब होकर भी हार जाती है तो उस स्थिति से निकलना काफी मुश्किल हो जाता है। हम वो जीतने की कला भूल चुके हैं लेकिन हमें बस एक मैच जीतकर वहीं से आगे बढ़ना होगा'। कपूगेदरा हालांकि गेंदबाजों के प्रदर्शन में सुधार से काफी खुश नजर आए और बल्लेबाजों से अपनी जिम्मेदारी समझने को कहा। उन्होंने कहा कि ' पिच को लेकर काफी बात हुई लेकिन जिस तरह से पिछले दो मैचों में हमारे गेंदबाजों ने गेंदबाजी की उसमें काफी सुधार दिखा है। हमारे बल्लेबाजों को भी इसी तरह सुधार लाना होगा। अगर हम अच्छा स्कोर खड़ा करते हैं तो मुझे लगता है कि हम जीत सकते हैं। कपूगेदरा ने कहा कि खिलाड़ियों को खुद आगे आकर जिम्मेदारी लेनी होगी। तभी हम जीत सकते हैं। 11 या 15 खिलाड़ी मिलकर अच्छा खेलते हैं तभी कोई टीम मैच जीतती है। हमारी कुछ कमजोरियां हैं जिसकी वजह से हम हार रहे हैं। हम अगले मैच से पहले उन कमजोरियों को ढूंढकर उस पर काम करेंगे। टीम में समस्या को लेकर कपूगेदरा ने कहा कि ' मुझे नहीं पता कि लोग क्या सोचते हैं लेकिन मेरे हिसाब से टीम में कोई दिक्कत नहीं है। हम सब एक हैं और कहीं भी कोई दिक्कत नहीं है। हमें बस अच्छा प्रदर्शन करके मैच जीतना है इसके अलावा और कुछ नहीं। आपको बता दें श्रीलंकाई टीम की ये लगातार दूसरी वनडे सीरीज हार है। इससे पहले जिम्बॉब्वे की टीम ने श्रीलंका को 3-2 से हराया था। अब भारतीय टीम से भी श्रीलंका सीरीज हार चुकी है और अगर उसे 2019 वर्ल्ड कप के लिए सीधे क्वालीफाई करना है तो फिर सीरीज के बाकी बचे दो मैच उसे हर हाल में जीतने होंगे। इस बारे में कपूगेदरा ने कहा कि ' ये हमारे लिए तगड़ा झटका है लेकिन हम सिर्फ इस बात के लिए हाथ पर हाथ धरे बैठे रहें कि हम मैच हार रहे हैं तो ये सही नहीं है। अभी 2 मैच आगे हैं और हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि 'मुझे लगता है कि जब कोई टीम बढ़िया नहीं खेल रही होती है तो उसे समर्थन की जरुरत होती है। मेरा मतलब है कि मानसिक रुप से भी और अन्य चीजों में भी। इसलिए मैं यही कहना चाहुंगा कि आप हमको सपोर्ट करिए क्योंकि हम हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करते हैं। हम जीत से उतने दूर नहीं हैं। सभी खिलाड़ी जीतने के लिए खेल रहे हैं कोई हारना नहीं चाहता। श्रीलंकाई टीम को खिलाड़ियों के चयन को लेकर भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। दिनेश चांडीमल और लाहिरु थिरिमाने पहले 2 मैचों में टीम का हिस्सा नहीं थे। जब ये दोनों बल्लेबाज तीसरे मैच में उतरे तो मध्यक्रम में अच्छी बल्लेबाजी की। इस बारे में कपूगेदरा ने कहा कि ' हम कभी खिलाड़ियों के साथ प्रयोग नहीं करते हैं। ये वो खिलाड़ी हैं जो कि पहले खेल चुके हैं। उपुल थरंगा पर 2 मैच का बैन लगा था और एशेला गुनातिलके चोटिल थे इसकी वजह से थिरिमाने और चांडीमल को टीम में शामिल किया गया। हम ज्यादा बदलाव नहीं करते हैं '। उन्होंने कहा कि ' मैं चयन को लेकर ज्यादा बात नहीं करना चाहुंगा। बेहतर होगा आप ये सवाल चयनकर्ताओं से पूछें। मुझे लगता है कि थिरिमाने कई बार चोटिल हो चुके थे। मैं चयनकर्ताओं के फैसले का सम्मान करता हूं। मुझे उससे कोई दिक्कत नहीं है। मैं केवल कार्यवाहक कप्तान हूंऔर केवल कुछ मैचों में कप्तानी करुंगा। अगले 2 मैच के लिए जो टीम मुझे मिली है उससे मैं खुश हूं। दिनेश चांडीमल चोट की वजह से सीरीज के बाकी बचे मैचों से बाहर हो गए हैं। हार्दिक पांड्या की गेंद पर उन्हें बल्लेबाजी करते वक्त चोट लग गई थी। इस बारे में कपूगेदरा ने कहा कि ' मुझे लगता है कि खिलाड़ियों का चोटिल होना भी एक मसला है लेकिन जहां तक मेरा मानना है हमें केवल 15 खिलाड़ियों पर ही नहीं निर्भर रहना चाहिए। कपूगेदरा ने कहा कि हमें ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को ढूंढने की जरुरत है। मुझे लगता है हमारे पास अच्छे युवा खिलाड़ी हैं। जब वे आकर थोड़ी बहुत क्रिकेट खेलेंगे तब हमारे पास भविष्य में एक बढ़िया टीम होगी। कपूगेदरा ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की भी जमकर तारीफ की और कहा कि ' पिछले दो मैचों में धोनी ने अपना अनुभव दिखाया है उसने परिस्थितियों को काफी अच्छे से पढ़ा। उसने हमें कोई मौका नहीं दिया।उसे पता है कि वो क्या कर रहा है और वो ये लंबे समय से कर रहा है।