इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में मिली 2-1 से करारी हार के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का मानना है कि अगले साल होने वाले विश्वकप से पहले वनडे टीम में सही संतुलन बनाना होगा। भारत को लीड्स में खेले गए सीरीज के आखिरी मुकाबले में इंग्लैंड ने 8 विकेट से हराया। मैच के बाद कोहली ने कहा. "इस तरह के मुकाबलों से आपका पता चलता है कि विश्वकप से पहले कहां सुधार किया जा सकता है। हमें विश्वकप से पहले सही टीम संतुलन बनाना होगा। हमें सभी क्षेत्रों में अच्छा काम करना होगा।" भारतीय टीम की बल्लेबाजी को काफी मजबूत माना जाता है, लेकिन टीम का मध्यक्रम काफी कमजोर नजर आता है। इसका उदाहरण तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में देखने को मिला, जहां रोहित शर्मा (2), शिखर धवन (44) और विराट कोहली (71) के आउट होते ही टीम बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रही। कोहली ने हार को लेकर कहा, "हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और हमने 25 से 30 रन कम बनाए। इंग्लैंड ने सभी क्षेत्रों में हमें पछाड़ा और वो जीतने के हकदार थे। हमें इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ हमें बेहतर खेलना चाहिए था। पूरे मैच के दौरान विकेट काफी धीमा था। मैंने ऐसी विकेट यहां पहले नहीं देखी है। उनके गेंदबाजों ने शानदार काम किया, खासकर उनके स्पिन गेंदबाजों ने।" भारतीय टीम ने अंतिम वनडे मैच में तीन बदलाव किए थे। केएल राहुल, उमेश यादव और सिद्धार्थ कौल की जगह दिनेश कार्तिक, भुवनेश्वर कुमार और शार्दुल ठाकुर को खिलाया था। कोहली ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, "दिनेश कार्तिक अच्छा खेल रहे थे, लेकिन वो बड़ी पारी नहीं खेल पाए। मुझे बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करने में कोई परेशानी नहीं थी। शार्दुल को हम खिलाना चाहते थे और भुवी भी वापसी के लिए तैयार थे। परिणाम अगर हमारे पक्ष में जाते, तो इन बदलावों को लेकर सवाल नहीं किया जाता।" भारतीय टीम को विश्वकप से पहले लगभग 16 मुकाबले खेलने हैं और टीम को इससे पहले मध्यक्रम की कमजोरी को दूर करना होगा, इसके विराट कोहली को कड़े फैसले लेने की भी जरूरत है।