हम लोग कुछ ऐसा करने जा रहे हैं जो आज तक न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम ने नहीं किया है: टिम साउदी

टेस्ट सीरीज़ में 0-3 से क्लीन स्वीप झेलने के बाद न्यूज़ीलैंड ने जिस अंदाज़ में वनडे क्रिकेट में कमाल का पलटवार किया है, वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। सफ़ेद कपड़ों में ब्लैककैप्स भले ही टीम इंडिया के मुक़ाबिल नहीं दिख रही थी, लेकिन रंगीन लिबास में इस टीम ने भारत को पानी पिला दिया है। धर्मशाला में खेले गए पहले मुक़ाबले में जिस अंदाज़ में न्यूज़ीलैंड को टीम इंडिया ने शिकस्त दी थी, उसके बाद शायद ही किसी ने सोचा होगा कि सीरीज़ का फ़ैसला पांचवें और आख़िरी वनडे तक पहुंचेगा। लेकिन इस टीम की जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है, दिल्ली और रांची में न्यूज़ीलैंड ने भारत को शिकस्त देते हुए सीरीज़ 2-2 की बराबरी पर ला दी है। जहां से कीवी टीम इतिहास रचने के क़रीब खड़ी है। न्यूज़ीलैंड ने आजतक भारत को उन्हीं के घर में वनडे सीरीज़ में शिकस्त नहीं दी है, और अगर पांचवां वनडे कीवी टीम जीत जाती है तो वह इतिहाच रच देगी। विशाखापट्टनम में होने वाले मैच से पहले न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ टिम साउदी ने इसी इतिहास को याद दिलाते हुए टीम इंडिया को चेतावनी दी है। ''मुझे लगता है कि इस बार हम भारतीय सरज़मीं से कुछ ऐसा करके लौटने वाले हैं जो आजतक नहीं हुआ है। हम इतिहास रचने के बेहद क़रीब खड़े हैं, और सभी के सभी इस बात का इंतज़ार कर रहे हैं कि विशाखापट्टनम में जीत के साथ सीरीज़ पर कब्ज़ा किया जाए, जो आज तक न्यूज़ीलैंड भारत में नहीं कर पाई है।'' : टिम साउदी भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच भारत में पहली बार वनडे सीरीज़ 1988 में खेली गई थी, जिसे दिलिप वेंगसरकर की कप्तानी में टीम इंडिया ने 4-0 से जीता था। इसके बाद 1995 में मोहम्मद अज़हरुद्दीन एंड कंपनी ने 5 मैचों की सीरीज़ 3-2 से अपने नाम की थी। ठीक 4 साल बाद सचिन तेंदुलकर ने भी अपनी कप्तानी में भारत को कीवियों के ख़िलाफ़ 3-2 से जीत दिलाई थी। 2010 में कीवियों के लिए सबसे बड़ी हार आई थी, जब गौतम गंभीर की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूज़ीलैंड को 5-0 से शिकस्त दी थी।