वेस्टइंडीज क्रिकेट ने शुक्रवार को इस खेल के 91वें वर्ष में प्रवेश के साथ ही नाम बदलकर 'क्रिकेट वेस्टइंडीज' कर दिया है। अब उनका यह नाम और वेबसाईट सब बदल दिया गया है। अब वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड को आधिकारिक रूप से क्रिकेट वेस्टइंडीज कहा जाएगा। इसकी सभी प्रतिनिधि टीमों को विंडीज कहा जाएगा। वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के सीईओ जॉनी ग्रेव ने कहा "जिस प्रकार से संस्थान काम करता है, उसके अनुसार क्रिकेट वेस्टइंडीज सही लगता है, क्योंकि इसमें अलग-अलग हिस्सेदार हैं, जो लक्ष्यों को लेकर क्रिकेट में सुधार के लिए एक साझेदार के रूप में काम करते हैं। हम उनके साथ और अधिक नजदीकी से काम करना चाहते हैं। जल्दी ही परामर्श के बाद एक सामरिक योजना शुरू हो जाएगी।" गौरतलब है कि अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने वाले प्रतिनिधियों की टीम का नाम काफी लम्बे समय तक विंडीज ही रहा है। इसे बाद में बदलकर वेस्टइंडीज कर दिया गया था। यह नया नाम टी-शर्ट्स पर भी प्रिंट किया जाएगा। बोर्ड ने एक नई वेबसाईट भी लॉन्च की है, जो यूजर फ्रेंडली जानकारियों और स्कोर से अपडेट होगी। इसके अलावा इसमें वीडियो और खिलाड़ियों की जानकारी भी होगी। इस वक्त वेस्टइंडीज की टीम पहले जैसे नहीं रही है, उनकी वन-डे टीम को इंग्लैंड में चल रही चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में भी प्रवेश नहीं मिल पाया है क्योंकि उनकी रैंकिंग काफी नीचे है। विश्व की टॉप आठ टीमें ही इसमें खेल रही है और कैरेबियाई टीम इसमें निचले पायदान पर है। इस टीम ने 2004 में इंग्लैंड में हुई चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था लेकिन इस बार बांग्लादेश जैसी टीम उनसे ऊपर है। उल्लेखनीय है कि 1998 के दौरान बांग्लादेश में पहली बार खेले गए इस टूर्नामेंट को आईसीसी नॉक आउट टूर्नामेंट कहा गया था। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने इस ट्रॉफी को 2 बार जीता है, वहीँ वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड की टीमों को 1-1 बार विजय प्राप्त हुई है। श्रीलंका की टीम को भी 2002 में भारत के साथ संयुक्त विजेता घोषित किया गया था।