हैमिल्टन टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ 240 रनों से हार झेलने वाली वेस्टइंडीज टीम की एक और समस्या चल रही है, जो ठीक होने का नाम नहीं ले रही। लगातार दूसरे टेस्ट में भी उनकी ओवर रेट धीमी रही और आईसीसी को उन पर जुर्माना लगाना पड़ा है। इससे पहले वेलिंग्टन टेस्ट के दौरान भी यह हुआ था और कप्तान जेसन होल्डर पर एक मैच का प्रतिबन्ध लगाया गया था। उस मैच में वेस्टइंडीज की गेंदबाजी तीन ओवर पीछे चल रही थी।
दूसरे टेस्ट में क्रेग ब्रैथवेट मेहमान टीम की कप्तानी कर रहे थे, उन पर 40 फीसदी मैच फीस जुर्माना लगाया गया है, इसके अलावा अन्य खिलाड़ियों पर 20 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगा है। वेलिंग्टन टेस्ट में भी ऐसा ही हुआ था और कप्तान जेसन होल्डर को हैमिल्टन टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। उस मैच में वेस्टइंडीज को 67 रनों से शिकस्त मिली थी। होल्डर पर 60 फीसदी मैच फीस का जुर्माना भी लगाया गया था। अन्य खिलाड़ियों की 30 फीसदी मैच फीस काटी गई थी।
दूसरे टेस्ट में ब्रैथवेट की कप्तानी में हारते ही कैरेबियाई टीम सीरीज में 2-0 से पराजित हो गई है। इस मैच में मेहमान टीम निर्धारित समय से 2 ओवर पीछे चल रही थी और इसका खामियाजा उन्हें मैच फीस की कटौती के रूप में भुगतना पड़ा। धीमी ओवर रेट में आईसीसी की धारा 2.5.1 का उल्लंघन माना गया है। इसमें कम से कम 10 फीसदी मैच फीस काटी जाती है। जुर्माने में कप्तान को अन्य खिलाड़ियों से दोगुना भरना पड़ता है। वेस्टइंडीज की टीम 2 ओवर पीछे थी इसलिए 20 फीसदी खिलाड़ियों को और 40 फीसदी कप्तान को मैच फीस का जुर्माना लगाया गया।
ब्रैथवेट ने उन पर लगी धाराओं के आधार पर गलती स्वीकार कर ली है, इसलिए इस मामले पर आगे सुनवाई नहीं होगी। 12 महीने के दौरान दूसरी बार ऐसा होने पर कप्तान पर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया जाता है।