वन-डे सीरीज 3-1 से जीतने के बाद, विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम जमैका के सबीना पार्क में एकमात्र टी20 अंतर्राष्ट्रीय में मजबूत वेस्टइंडीज का सामना करेगी। विंडीज की टीम में टी20 स्टार्स की वापसी हो चुकी है, जिससे उसका पलड़ा भारी नजर आ रहा है। क्रिस गेल, किरोन पोलार्ड, सुनील नरेन और कार्लोस ब्रेथवेट वेस्टइंडीज को मजबूती प्रदान करेंगे। वहीं भारत के पास 15 दमदार सदस्य हैं और भारतीय फैंस को उम्मीद होगी कि ऋषभ पंत को खेलने का मौका मिले। चलिए वेस्टइंडीज के खिलाफ एकमात्र टी20 अंतर्राष्ट्रीय के लिए भारतीय टीम प्लेइंग इलेवन में किसे मौका दे सकती है। ओपनर्स भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द ओपनर्स हैं क्योंकि उसके नियमित ओपनर्स उपलब्ध नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि शिखर धवन और अजिंक्य रहाणे में से कोई एक प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं होंगे। इसलिए विराट कोहली अपने साथ ओपनिंग के लिए संभवतः रहाणे को ला सकते हैं। मध्यक्रम
ऋषभ पंत को ओपनिंग पर उतारना मुश्किल है, लेकिन अगर बाएं हाथ के बल्लेबाज को टीम में खेलने का मौका मिला तो उन्हें तीसरे क्रम पर आजमाया जा सकता है। युवराज सिंह और एमएस धोनी की सभी तरफ से आलोचनाएं हो रही हैं। ऐसे में ये चौथे और पांचवें क्रम पर दमदार बल्लेबाजी करके टीम में अपनी उपयोगिता साबित करना चाहेंगे और आलोचकों को शांत कराना चाहेंगे। वैसे माना ये भी जा रहा है कि भारतीय टी20 टीम में एमएस धोनी को बाहर बैठाकर दिनेश कार्तिक को आजमाया जा सकता है, लेकिन ऐसी उम्मीद कम ही है कि कोहली इतना बड़ा फैसला कर पाएंगे। केदार जाधव और हार्दिक पांड्या फिनिशर्स की भूमिका निभाएंगे। हार्दिक पांड्या पांचवें गेंदबाज की भूमिका भी गजब अंदाज में निभा सकते हैं। वहीं जाधव भी काफी केलक्यूलेटिव गेंदबाजी करते हैं और समय पर टीम को सफलता दिलाते हैं। स्पिनर्स
मैन इन ब्लू के लिए एक सकारात्मक पक्ष रहा कुलदीप यादव का उभारना। भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज ने वन-डे सीरीज में 4 मैच खेलकर 8 विकेट लिए और अपनी उपयोगिता साबित की। उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए लगता है कि कोहली निश्चित ही उन्हें टी20 मैच की प्लेइंग इलेवन में शामिल करेंगे। उनके स्पिन जोड़ीदार के रूप में आर अश्विन या रविंद्र जडेजा खेलेंगे। चूंकि जडेजा और कुलदीप दोनों बाएं हाथ के गेंदबाज हैं, इसे देखते हुए अश्विन को मौका मिलने के ज्यादा आसार हैं। तेज गेंदबाज
भारतीय टीम को अपने टी20 विशेषज्ञ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की कमी खलेगी। गुजरात के तेज गेंदबाज का वेस्टइंडीज के खिलाफ रिकॉर्ड अच्छा रहा है, लेकिन उनकी कमी टीम को खलेगी। ये बड़ी चिंता नहीं होगी क्योंकि भारत के पास भुवनेश्वर कुमार जैसा शानदार गेंदबाज मौजूद है। उमेश यादव या मोहम्मद शमी में से कोई उनके साथ नई गेंद की जिम्मेदारी उठाता दिख सकता है। संभावित एकादश अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली (कप्तान), ऋषभ पंत, युवराज सिंह, एमएस धोनी, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव, आर अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी।