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छोटे कद के इस विकेटकीपर को विकेट के पीछे देखते हुए ख़ूब मज़ा आता है, और जिस अंदाज़ में डॉरिच अपने दस्तानों में गेंद को समाते हैं, वह दिग्गज जेफ़ डॉजन की याद दिला देते हैं। विकेट कीपिंग के अलावा डॉरिच विकेट के सामने यानी बल्ले से भी एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ मालूम पड़ते हैं, जिसकी एक झलक पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में दिखी थी। जब उन्होंने भारतीय गेंदबाज़ों का डटकर सामना किया था और 57 रनों की पारी खेली थी। घरेलू क्रिकेट का उनका प्रदर्शन भी ये साबित करने के लिए काफ़ी है कि इस छोटे कद के विकेटकीपर बल्लेबाज़ का भविष्य उज्जवल है। डॉरिच ने 2014-15 सीज़न में 51.25 की बेहतरीन ओसत से 615 रन बनाए थे।
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