किसी भी बल्लेबाज के लिए सबसे मुश्किल चुनौती तेज गेंदबाज की बाउंसर को झेलना है। हालांकि, हेलमेट के आने से बल्लेबाज को चोट लगने की चिंता कम जरुर हुई है, लेकिन फिर भी जो झटका उसके सिर पर लगता है उसका दर्द बयां करना मुश्किल है। जैसे ही गेंद हेलमेट की ग्रिल पर आकर लगती है तो बल्लेबाज के मन में कई तरह के ख्याल आने लगते हैं जो काफी मजेदार भी हो सकते हैं। हमने ऐसे ही मजेदार विचार तैयार किये हैं जो गेंद के हेलमेट लगने के बाद बल्लेबाज के दिमाग में आ सकते हैं। (नोट : लेखक ने क्लब क्रिकेट खेला है और कई बार उसके हेलमेट पर गेंद लग चुकी है (मध्यम तेज गेंदबाजों की गेंद पर)। इसलिए वह कुछ तक बल्लेबाज की परेशानी को समझता है जब शॉर्ट गेंद हेलमेट पर आकर लगती है। यह लेख गंभीरता से अलग हटकर मस्ती के लिए लिखा गया है। इसे बिलकुल भी गंभीरता से लेने की जरुरत नहीं है।)
जैसे ही मेरे हेलमेट पर आकर गेंद लगी (जी हां, अब से मैं पहले मिडिल स्टंप गार्ड लूंगा) मेरे दिमाग में रेस शुरू हो गई। सबसे पहले मुझे अनंत सितारे दिखने लगे और थोड़े चक्कर आए। इन सभी विचारों के बीच मुझे एक बात का ख्याल आया कि क्या सिर में गेंद लगने के लिए मैंने करार किया है। वह कहते हैं कि गेंद लगने के कुछ समय में ही आपको पूरी जिंदगी दिख जाती है। इस मामले में ऐसा नहीं है, क्योंकि मेरा पूरा ध्यान उन वर्षों पर चला गया जब किसी चीज से घबराहट नहीं होती थी। मैंने अपने जीवन में जो कुछ भी किया हो, लेकिन ऐसी तरफ क्यों जाऊ जहां गति के साथ खून बहने का खतरा हो। ऐसा ख्याल भी आया कि गार्डनिंग या फिर एयर-कंडीशन वाला ऑफिस जॉब ही बेहतर विकल्प होता। #4 अरे, कम से कम शरीर के इस हिस्से पर तो गेंद न लगे
जैसे ही शुरुआती दर्द होता है वैसे ही मन में ख्याल आता है कि शरीर के और गंभीर हिस्से में गेंद लग सकती थी। तेज गेंदबाजों का सबसे बड़ा निशाना पेट भी होता है। जब गेंद बॉक्स प्रोटेक्टर पर आकर लगती है तो मेरे टीम के साथी भी हंस पड़ते हैं और तरह तरह के मजाक बनाते है। हेलमेट पर गेंद लगने से मैं बड़ी शर्म से तो बच जाता हूं। अगर आपको मुझ पर विश्वास न हो तो यूनिस खान के इस वीडियो को देखकर सब साफ़ हो जाएगा। यह है उसकी लिंक- क्लिक कीजिये। #3 अगर गेंदबाज चिंता करता तो कभी मेरे सिर को निशाना नहीं बनाता?
क्रिकेट का सबसे बड़ा रहस्य है कि बाउंसर डालने के बाद गेंदबाज जरुर बल्लेबाज की हालत पूछने जाता है। मैं उन गेंदबाजों से दरख्वास्त करना चाहता हूं कि बल्ले को हाथ में लिया हुआ है तो फिर उसे तोड़िए, मुझे निशाना बनाकर डरावनी बाउंसर क्यों डाल रहे हैं। अगर आपको वाकई मेरी चिंता है तो मेरे सिर को फोड़ने वाली गेंदे मत डालिए न। मेरा मतलब झूठा दिलासा देने क्यों आते हैं? आपका मकसद ही मुझे डराकर आउट करने का है। आप मुझे अपना भय दिखाकर आउट करेंगे तो मैच में मजा ही क्या बचेगा फिर। #2 पृथ्वी पर वो लोग कैसे बिना हेलमेट के तेज गेंदबाजों का डटकर सामना करते थे?
ठीक है मेरे हेलमेट पर गेंद लगी। आपको माफ़ भी कर दिया कि परीक्षा लेने का समय पूरा हुआ। नहीं ऐसा बिलकुल भी मत सोचिए। सबसे मुश्किल बात कि अब क्या होगा। यह आखिरी मौका नहीं है जब गेंदबाज ने तेज बाउंसर आपकी तरफ डाली हो। मुझे जितना पता है कि गेंदबाज अब फिर बाउंसर डालकर आपको डराएगा। ऐसे समय में मैं उन बहादुर बल्लेबाजों को सैल्यूट करना चाहूंगा जो बिना किसी भय के तेज गेंदबाजों का बिना हेलमेट पहने सामना करते थे। मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैंने कभी विव रिचर्ड्स को हेलमेट पहने नहीं देखा जबकि उन्होंने कितने दिग्गज और खतरनाक तेज गेंदबाजों का सामना किया है। फिर मुझे लगता है कि क्या सच में ऐसे लोग धरती पर जीवित थे? ऐसा कौन बल्लेबाज है जो अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर भी गेंदबाजों का डटकर मुकाबला करेगा और वो भी बिना हेलमेट पहने। #1 बहादुरी दिखाने का सही मौका
जैसे ही दिमाग ठीक होता है और खेल पर केंद्रित होने लगता है, मेरे दिमाग में एक विचार आता है। हेलमेट पर गेंद लगने के बाद मुझे अपनी बहादुरी दिखाने का एक अवसर मिलता है। दर्शकों की तरफ से संकेत मिलता है कि उन्हें बल्लेबाज से काफी उम्मीद है और ऐसे में निडर होकर सामना करने की बात ही अलग है। ठंडे दिल का तेज गेंदबाज अपने कप्तान से कुछ विचार-विमर्श करेगा। अधिकांश तो कप्तान उनसे फिर बाउंसर की उम्मीद करेगा। मगर मैं बहादुरी का नमूना पेश करके उसकी योजना पर पानी फेर दूंगा। क्या इससे बेहतर कोई और कहानी खेल में हो सकती है कि बाउंसर झेलने के अगली गेंद पर बल्लेबाज शानदार कवर ड्राइव खेले? पैर फिर से बढ़िया तरीके से हिलने लगे और मैं अपने चरम फॉर्म पर पहुंच जाऊं? क्रिकेट फील्ड में ऐसा संभव है, मुझे तो लगता है।