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सचिन तेंदुलकर 1996 के विश्वकप में शानदार फॉर्म में थे। वह टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लीग मैच में अपने होमग्राउंड पर सचिन ने बेहतरीन 90 रन की पारी खेली थी। ऐसे में लाहौर में हुए फाइनल में सचिन एक बार फिर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते। सन 1998 में जिस तरह से सचिन ने शारजाह में हुए कोकाकोला कप में शेन वॉर्न के लिए दुस्वप्न बन गये थे। उसी तरह वह 1996 में ही उन्हें अपने छक्कों से डरा देते। सचिन का शतक ही इस फाइनल में शेन वॉर्न के लिए किसी दुस्वप्न से कम नहीं होता। वॉर्न के लिए ये सही हुआ कि सचिन का कहर उनके ऊपर दो साल बाद बरपा। तबतक वह आराम से अपनी नींद तो ले सके। लेखक: आदित्य भूषण, अनुवादक: जितेंद्र तिवारी
Edited by Staff Editor