वॉर्नर, स्मिथ, विलियमसन और डीविलियर्स जैसै खिलाड़ियों के सामने एक ही पारी में बोलिंग करना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बुरा सपना साबित हो सकता है। भारत के तेज गेंदबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर की गेंदबाजी में अपनी पैठ गहरी करने की जुगत में है और ऐसे में इस तरह का मुकाबला उनके सामने एक अलग ही स्तर की चुनौती साबित होगा। नई बाल के साथ गेंदबाजी से लेकर आखिरी ओवरों के दबाव को संभालने तक, तेज गेंदबाजों को हर संभव तरकीब आजमानी होगी। जबकि स्पिनर्स को बीच के ओवरों में रनों की गति थामनी होगी। भारतीय गेंदबाजों के सामने यह असाधारण चुनौती जरूर होगी, लेकिन साथ ही होगा अपने खेल को एक अलग ही मुकाम का अनुभव देने का अद्वितीय मौका। अब बात करते हैं बल्लेबाजों की। दुनिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों के सामने उनकी भी कड़ी परीक्षा होगी। मिसाल के तौर पर भारतीय बल्लेबाज शॉर्ट बॉल से अभी भी कतराते हैं। इसे देखते हुए यह साफ है कि बल्लेबाजों को भी अपने दायरों से बाहर निकल खेल को और अधिक निखारना होगा।