एक चीज, जिसे साबित करने के लिए भारत सबसे ज्यादा जोर लगाएगा, वह है आधुनिक क्रिकेट में उसका वर्चस्व। एक युवा कप्तान के नेतृत्व में टीम इंडिया पूरी दुनिया को अपना बेखौफ खेल दिखा रही है। विश्व एकादश को हराकर भारत न सिर्फ खुद सुपरपावर साबित कर पाएगा बल्कि टीम के युवाओं को आत्मविश्वास से लबरेज भी कर सकेगा। वहीं दूसरी ओर, विश्व एकादश अपने अपेक्षित प्रदर्शन को साबित करने के लिए उतरेगा। 2005 में जो हुआ, विश्व एकादश चाहेगा कि वह इतिहास खुद को न दोहराए। दोनों कप्तानों के लिए भी यह एक बेहद चुनौतीपूर्ण मौका होगा। विराट और स्मिथ दोनों ही प्रशंसनीय काम कर रहे हैं और अपने देशों को टीम का प्रभावी नेतृत्व कर रहे हैं। इस तरह का मुकाबला उनके नेतृत्व और अधिक निखारने का अच्छा मौका होगा। विराट को अपनी टीम को इस तरह के मुकाबले के खुद को तैयार कर जीत हासिल करने के प्रेरित करना होगा। स्मिथ को दुनियाभर के दिग्गजों को एक टीम की तरह खेलने के लिए प्रेरित करना होगा। स्मिथ को अपनी अगुआई में सभी दिग्गजों से उनका सबसे बेहतरीन प्रदर्शन निकलवाना होगा। बतौर क्रिकेट फैन, यह देखना बेहद रोमांचक होगा कि इन धुरंधरों में कौन बाजी मारेगा।