क्रिकेट में चाइनामैन बॉलिंग एक ऐसी गेंद है, जो एक बाएं हाथ के स्पिनर द्वारा डाली जाती है। यह गेंद टिप पड़ने के बाद सीधे हाथ के बल्लेबाज के अंदर की तरफ और उल्टे हाथ के बल्लेबाज के बाहर की तरफ टर्न लेती है। यह सीधे हाथ के बल्लेबाज द्वारा कलाई की मदद से डाली जाने वाली गेंद के मुकाबले एकदम उलट है। चाइनामैन गेंदबाजों की क्रिकेट में कमी के कारण और दाएं हाथ के बल्लेबाजों के अधिकतर बाहर निकलती गेंद को खेलने के कारण ज्यादातर बल्लेबाज आसानी से इस गेंद पर गच्चा खा जाते हैं। इस गेंद की उत्पत्ति कैसे हुई? इसकी उत्पत्ति को लेकर संशय बरकरार है, लेकिन मूल रूप से 2 लोगों को इसका श्रेय दिया जाता है। पहला नाम दक्षिण अफ्रीका के चार्ली लेवेलिन का है, जो अपने देश के लिए 19वीं सदी की समाप्ति के आसपास खेले थे। दूसरा नाम वेस्टइंडीज के स्पिनर एलिस 'पस' एचोंग को मूल रूप से चाइनामैन गेंदबाजी का जनक माना जाता है। वे चीनी वंश के पहले टेस्ट क्रिकेटर थे। ये वाकया तब हुआ, जब वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड में मैच चल रहा था। वेस्टइंडीज की पहली पारी 375 पर समाप्त हुई। जवाब में इंग्लैंड ने 324 रन 6 विकेट के नुकसान पर बना लिए थे। इंग्लिश बल्लेबाज वाल्टर रॉबिन्स और कप्तान डगलस जार्डिन के बीच 140 रन की साझेदारी हो चुकी थी, तभी बाएं हाथ के स्पिनर एलिस एचोंग ने रहस्यमयी चाइनामैन गेंद फेंकी और गेंद वाल्टर रॉबिन्स का स्टम्प्स ले उड़ी। वापस पवेलियन जाते वक्त हक्के-बक्के रॉबिन्स ने अंपायर से एचोंग के लिए "फैंसी बींग ड़न बाय ए ब्लडी चाइनामैन" शब्दों का इस्तेमाल किया था। उसके जवाब में जातिवाद का दंश झेल रहे लैरी कांस्टैंनटायन ने पलट कर रॉबिन्स से पूछा कि तुम्हारा इशारा गेंदबाज की तरफ था या गेंद की तरफ? हम सब जानते है कि उनका इशारा किस तरफ था, तभी से इस गेंद का नाम चाइनामैन पड़ा।
एक परम्परागत दाएं हाथ के लेग-स्पिनर की तरह ही चाइनामैन गेंदबाज के पास गुगली गेंद होती है, जो सीधे हाथ के बल्लेबाज की तरफ बाहर की ओर तथा बाएं हाथ के बल्लेबाज की तरफ अंदर की और टर्न लेती है। 1995 में दक्षिण अफ़्रीकी चाइनामैन गेंदबाज पॉल एडम्स ने टेस्ट पदार्पण किया और अपनी गेंदबाजी नहीं बल्कि अजीब गेंदबाजी एक्शन से सुर्खियों में आए। उनका गेंदबाजी एक्शन इतना अजीब था कि उससे परेशान होकर इंग्लिश बल्लेबाज माइक गैटिंग ने उनकी तुलना मेंढक से कर डाली। चाइनामैन बॉलिंग विशेषज्ञ दुनिया में ऐसे गेंदबाजों की लिस्ट में सर गारफील्ड सोबर्स (वेस्ट इंडीज), पॉल एडम्स (दक्षिण अफ्रीका), माइकल बेवन और ब्रेड हॉग (दोनों ऑस्ट्रेलिया) शामिल हैं। भारत के कुलदीप यादव भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज हैं, जिन्हें भारत की राष्ट्रीय टीम में चुना गया है। उन्होंने आईपीएल 2016 में कोलकाता नाईट राइडर्स की तरफ से मुम्बई इंडियंस के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था। सैमुअल बद्री की जगह आरसीबी में चुने गए तबरेज़ शम्सी भी एक चाइनामैन गेंदबाज हैं। लेखक: ज़ुलु अनुवादक: मोहन कुमार