जरा सोचिए कि आप अपने परिवार, दोस्तों या प्रेमी के साथ कोई मैच देखने गए हो और थोड़ी ही देऱ बाद आप उस खेल का हिस्सा हो यानी उसमें खेल रही टीम की तरफ से मैदान पर खेल रहे हो। सुनने या कहने में ये काफी अजीब लगता हैं पर हैं ये वास्तविकता। जी हां कुछ ऐसा ही एक शख्स के साथ हुआ हैं और किसी और खेल में नहीं बल्कि क्रिकेट में ही। क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है औऱ वाकई ये कई मायनों में इस बात को सिध्द भी करता हैं।कम से कम ल्युक पॉमर्सबैक के लिए तो कुछ ऐसा ही हैं। दरअसल इस ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज के लिए टी 20 के मैच में अपना डेब्यू ही कई मायनों में यादगार औऱ दिलचस्प रहा साथ ही लाखों लोगों के लिए चौंकाने वाला। 11 दिसम्बर 2007 ल्युक पॉमर्सबैक के लिए आमदिनों की तरह ही था ये वो वक्त था जब शराब पीने के वजह से ये अपनी टीम की तरफ से सस्पेंड थे।इसीलिए वो वाका में चल रहे आस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड मैच का टी 20 मैच देखने पहुंच गए लेकिन टॉस के ठीक पहले आस्ट्रलियाई टीम में हडकंप मच गया दरअसल टॉस से ठीक पहले ब्रैड हॉज को अनफिट घोषित कर दिया। तब जल्दबाज़ी औऱ हड़बड़ाहट में ऑस्ट्रेलिया के टीम मैनेजमेंट ने ल्युक पॉमर्सबैक को प्लेइंग 11 में शामिल किया जो कि उनके करियर का इकलौता अंतर्राष्ट्रीय मैच साबित हुआ। दरअसल हुआ कुछ यूं कि टॉस के ठीक पहले पता चला कि एक प्लेयर खेल के लिए फिट नहीं हैं ऐसे में टीम मैनेजमेंट पर काफी दबाव आ गया औऱ मैनेजमेंट जल्द से जल्द विकल्प तलाशने में जुट गया। टीम में स्टुअर्ट क्लार्क के नाम पर विचार किया गया लेकिन वो टीम कॉम्बिनेशन में ठीक नहीं बैठ रहे थे। ऐसे में टीम मैनेजमेंट के किसी सदस्य को पता चला कि पॉमर्सबैक इस मैच को देखने के लिए स्टेडियम में ही मौजूद हैं ।इस सब से अनजान ल्युक पॉमर्सबैक स्टेडियम की तरफ चले जा रहे थे अपनी टीम और अपने हीरोज को खेलते हुए देखने। इस बीच बिना किसी देरी के टीम मैनेजमेंट ने तुरंत उनसे सम्पर्क कर उन्हे ड्रेसिंग रूम में बुलाया। पहली बार जब उनके दोस्त ने उन्हे इसके बारे में बताया औऱ ड्रेसिंग रूम में आने को कहा तो उन्हे लगा कि कोई उनके साथ मज़ाक कर रहा है लेकिन जैसे ही उन्हें स्थिति के गंभीर होने का अंदाजा लगा वो तुरन्त ड्रेसिंग रूम की तरफ भागे औऱ जैसा कि एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा इस जल्दबाजी में वो अपनी कार लॉक करना भी भूल गए। वहीं ल्युक पॉमर्सबैक के भाई गेविन जल्द ही उनकी किट लेकर स्टेडियम पहुचें लेकिन पहुंचने में थोड़ी देर हो गई। ल्युक पोमर्सबैच किसी तरह किसी और की किट उधार लेकर अपना इकलौता अंतरर्राष्ट्रीय टी 20 डेब्यू करने के लिए तैयार हो चुके थे। और तब तक ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिचेल क्लार्क टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला ले चुके थे। एक ऐसा खिलाड़ी जिस पर कुछ दिन पहले ही शराब पीने के काऱण स्टेट की तरफ से प्रतिबंध लगा दिया गया था अब वो देश के लिए खेलने जा रहे था।इस समय साल 2007 में ल्युक पॉमर्सबैक घरेलु मैचों में फार्म में चल रहे थे। हांलाकि टीम के नियमों के खिलाफ जाकर शराब पीने के कारण ल्युक पॉमर्सबैक और उनके सहयोगी शॉन मार्श को 14 दिसम्बर तक के लिए ससपेंड कर दिया गया था।कीवियों के खिलाफ अपना पहला टी 20 खेलने के पहले ल्युक पॉमर्सबैक न्यूजीलैंड के खिलाफ 2007 में चैपल हैडली ट्रॉफी से पहले खेल चुके थे, जिसमें 65 बॉल पर शानदार 88 रन बनाए थे। इस मैच में ल्युक पॉमर्सबैक ने जब बल्ला संभाला तब तक 151 रन पर 6 विकेट टीम के जा चुके थे, सिर्फ 20 बाल बचीं थी और टीम को जिताने और खुद को साबित करने के लिए ल्युक पॉमर्सबैक के पास रन बनाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा था। ऐसी स्थिती में ल्युक पॉमर्सबैक ने अपनी सूझबूझ और धैर्य का परिचय देते हुए धुआंधार पारी खेली। उन्होंने 7 गेंदों में 15 रन बनाये। न्यूजीलैंड की टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 54 रनों से मात दे दी। यही एकलौता टी 20 मैच था जिसनें ल्युक पॉमर्सबैक ने ऑस्ट्रलिया की तरफ से खेला।इसके बाद वो मैदान से बाहर खुद से जुड़ी कॉन्ट्रोवर्सीज़ के कारण ही चर्चा में रहे और इसी वजह से अपने करियर को भी दांव पर लगा बैठे। शराब पीने से लेकर शराब पीकर गाड़ी चलाने और कोर्ट से बाहर ही मामले निपटाने की कोशिश के साथ टीम के नियमों को बार बार तोड़ने की वजह से अपने करियर को ल्युक पॉमर्सबैक खुद ही खराब कर बैठे। साल 2012 में भी ल्युक पॉमर्सबैक पर एक अमरीकी ने हमला करने का आरोप लगाया। वहीं पॉमर्सबैक आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलूरू की तरफ से खेलते नजर आए और इस दौरान भी उनका नाम कॉन्ट्रोवर्सी में आया। एक महिला ने उन पर खुद से और अपने मंगेतर से बदतमीज़ी का आरोप लगाया हांलाकि ये केस कोर्ट के बाहर ही सुलझा लिया गया।