भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर आजकल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखने वाले गंभीर अपने जिद्दी व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। कई बार पाकिस्तान के गेंदबाजों की उन्होंने जमकर खिंचाई की है। अपने नाम के अनुरूप वह मैदान पर भी काफी गंभीर रहते हैं। उन्होंने एक किस्सा सुनाया जब उन्हें अपनी जिद तोड़नी पड़ी।
गंभीर ने सुनाया किस्सा
दिल्ली के क्रिकेटर गौतम गंभीर ने एक रेडियो चैनल पर किस्सा सुनाया कि किस तरह उन्हें अपनी जिद तोड़नी पड़ी और मां वैष्णो के दरबार में पैदल चलकर जाना पड़ा। गंभीर ने बताया कि उनकी मम्मी ने उन्हें एक बार पैदल चलकर मां के दर्शन की बात कही थी लेकिन गंभीर ने जिद की कि वह पैदल नहीं जाएंगे। बाद में परिस्थितियां ऐसी बनीं कि गंभीर को पैदल ही मां के भवन तक जाना पड़ा।
क्या हुआ था गंभीर के साथ
गौतम गंभीर ने बताया कि उनकी मां ने उनसे कटरा में मां वैष्णो के दरबार चलने को कही। उन्होंने कहा, मैंने मम्मी को बोला कि जाऊंगा लेकिन पैदल नहीं, इस पर उनकी मां ने कहा कि ठीक है चोपर बुक कर लेते हैं। इस पर चोपर बुक किया गया लेकिन वहां बहुत ज्यादा बारिश के कारण बुकिंग रद्द करनी पड़ी। इसके बाद घोड़े से चलने के बारे में सोचा गया लेकिन उसके लिए भी मना हो गई। फिर गंभीर को बारिश में ही पैदल जाना पड़ा। उन्होंने मां के दरबार में पहुंचने के बाद कान पकड़ कर कहा- जय माता दी। आज के बाद मैं कभी यह नहीं कहूंगा कि पैदल नहीं आऊंगा।
37 साल के गौतम गंभीर दिल्ली के लिए फिलहाल प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल हैं। उन्होंने अंतिम बार इंटरनैशनल मैच इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में दो साल पहले खेला था। गंभीर अंतिम वनडे मैच भी इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में खेले थे। वह आईपीएल में पहले कोलकाता नाइटराइडर्स से खेलते थे लेकिन पिछले सत्र में वह दिल्ली के लिए खेले। हालांकि उन्होंने टूर्नामेंट के बीच में ही कप्तानी छोड़ने का फैसला कर लिया था। गंभीर के नाम टेस्ट क्रिकेट में 4154 रन दर्ज हैं। इसके अलावा उन्होंने वनडे अंतरराष्ट्रीय करियर में अब तक 147 मैचों में कुल 5238 रन बनाए हैं।