क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले पूर्व भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को संन्यास के इतने सालों बाद भी उसी तरह पसंद किया जाता है। अपने खेल और व्यक्तित्व के कारण लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले सचिन तेंदुलकर ने वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पुरुष वर्ग का पहला दोहरा शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आज ही के दिन साल 2010 में लगाया था।
ग्वालियर में खेले गए उस मुकाबले में सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 200 रनों की पारी खेली थी। इस तरह वह पुरुष क्रिकेट में इस उपलब्धि को पाने वाले पहले क्रिकेटर बन गए। हालांकि बाद में इस प्रारूप में कई अन्य बल्लेबाजों ने दोहरा शतक जमाया। भारत से वीरेंदर सहवाग और रोहित शर्मा का नाम इस लिस्ट में है।
तेंदुलकर ने केवल 147 गेंदों में मील का पत्थर हासिल किया, भारतीय पारी के अंतिम ओवर में एक सिंगल लेते हुए यह आंकड़ा प्राप्त किया। मेजबान टीम ने 50 ओवरों में 3 विकेट पर 401 रन बनाए। तेंदुलकर ने 25 चौके और तीन छक्के लगाए और बल्ला ऊपर करते हुए फैन्स और साथी खिलाड़ियों का अभिवादन स्वीकार किया। इस तरह तेंदुलकर ने अपने कीर्तिमानों की लिस्ट में यह रिकॉर्ड भी शामिल कर लिया।
सचिन तेंदुलकर ने एक रन के साथ अपना दोहरा शतक पूरा करते हुए आसमान की तरफ देखा। उन्होंने भगवान को धन्यवाद दिया। डेल स्टेन और जैक्स कैलिस जैसे दिग्गज दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाजों के सामने तेंदुलकर ने अपनी इस पारी को अंजाम तक पहुंचाया था। एक मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ तेंदुलकर टिके रहे। दोहरा शतक पूरा करने के समय उनके सामने महेंद्र सिंह धोनी दूसरे छोर पर खेल रहे थे।
स्टेडियम में हजारों दर्शकों के अलावा टीवी पर भी करोड़ों लोगों ने तेंदुलकर की उस ऐतिहासिक पारी को देखा। अगले दिन अख़बारों की मुख्य सुर्ख़ियों में तेंदुलकर ही छाए हुए थे। टीवी पर भी सिर्फ उनका ही नाम था। कोई भी रिकॉर्ड पहली बार बनता है, तो खास होता है और यही सचिन के दोहरे शतक के साथ हुआ।