भारतीय टीम के लिए हमेशा से ही तेज गेंदबाजों की फिटनेस चिंता की बात रही है। हालांकि भारत का इतिहास तेज गेंदबाजों के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज जितना अच्छा नहीं रहा है, लेकिन फिटनेस एक मुख्य हिस्सा है, जो चिंताजनक रहा है। मोहम्मद शमी भारत के शानदार तेज गेंदबाज हैं लेकिन मोहाली टेस्ट मैच से लगभग बाहर हो ही चुके थे। शमी को पांव में दिक्कत थी। यही कारण रहा कि इंग्लैंड के खिलाफ बचे हुए टेस्ट मैचों के लिए पांच तेज गेंदबाज टीम में रखे गए हैं, जबकि कोई ओपनर बल्लेबाज बैकअप के लिए नहीं है। भारत ने भले ही 2-0 की बढ़त ले ली हो लेकिन उन्हें चोटिल ऋद्धिमान साहा और केएल राहुल के बगैर खेलना पड़ सकता है। साथ ही पांव में दिक्कत के चलते मोहम्मद शमी के बिना भी मैदान में उतरना पड़ सकता है। याद हो कि शमी ने मोहाली टेस्ट मैच में पांच विकेट झटके थे। देखें: मोहम्मद शमी ने एलिस्टेयर कुक का स्टम्प तोड़ दिया था बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा “शमी को हेमस्ट्रिंग में कुछ जकड़न थी, बैकअप ओपनर बल्लेबाज के बजाय टीम में पांच गेंदबाज इसलिए रखे गए, ताकि अतिरिक्त तेज गेंदबाज का विकल्प मौजूद रहे। कोलकाता में (न्यूजीलैंड के खिलाफ) हरे विकेट पर हमने तेज गेंदबाजों को खिलाया और भुवनेश्वर कुमार ने वहां एक पारी में 5 विकेट झटके, ऐसा ही हम यहाँ चाहते थे”। पार्थिव पटेल को ऋद्धिमान साहा की जगह एक विकेट कीपर के रूप में खिलाया गया जो ओपन भी कर सकता था, अगर साहा फिटनेस साबित करते, तो पुजारा को ओपनर के रूप में खेलना होता। वहीं पदार्पण करने वाले करूण नायर को मध्यक्रम में खेलना पड़ता। साहा पूर्णतया फिट नहीं है और केएल राहुल को अभी तक फिटनेस से गुजरना है और पार्थिव पटेल अभी भी टीम में मौजूद है। बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक “किसी दूसरे ओपनर के नाम पर पर विचार करना केएल राहुल की उपलब्धता पर निर्भर करता है।" गौरतलब है कि भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच 8 दिसंबर को मुंबई में खेला जाएगा।