किंग्स-XI पंजाब उन टीमों में से एक है जिसने आज तक एक भी आईपीएल ख़िताब नहीं जीता है। पंजाब के अलावा दिल्ली डेयरडेविल्स और आरसीबी टीम को भी ट्रॉफ़ी जीतने का सुख हासिल नहीं हुआ है। इस टीम में कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने और युवराज सिंह ने भी योगदान दिया है। पंजाब का सबसे बेहतरीन सीज़न 2014 का रहा था जब इस टीम ने फ़ाइनल का सफ़र तय किया था। हांलाकि आईपीएल 2018 को लेकर पंजाब टीम की स्थिति बेहतर लग रही है। इस साल की आईपीएल नीलामी में किंग्स-XI पंजाब के मालिकों ने कुछ समझदारी भरे फ़ैसले लिए हैं। इस टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का संतुलन है जो टीम के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। हम यहां उन 4 वजहों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिन्हें देखकर लगता है कि किंग्स-XI पंजाब 2018 में आईपीएल चैंपियन बन सकती है।
#1 मज़बूत टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ी क्रम
किंग्स-XI पंजाब की टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ी कमाल की है, जो टीम की कामयाबी की पहली सीढ़ी है। यहां के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ किसी भी तरह की बॉलिंग अटैक का सामना कर सकते हैं। पंजाब के सलामी बल्लेबाज़ किसी हिटर से कम नहीं हैं, यही वजह है कि किंग्स इलेवन पंजाब टीम ट्रॉफ़ी जीतने के प्रबल दावेदार बन गई हैं। इस बार की आईपीएल नीलामी में क्रिस गेल को पंजाब टीम में शामिल किया गया है। हांलाकि ये बात कही जा सकती है कि गेल अब उतने प्रभावशाली नहीं रह गए हैं जैसा कि पहले हुआ करते थे। फिर भी गेल से किसी भी चमत्कार की उम्मीद की जा सकती है। इसके अलावा इस टीम ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ एरॉन फ़िंच पर भी दांव लगाया है, जो गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाने में माहिर हैं। टीम के मालिकों ने केएल राहुल पर भी भरोसा किया है जिनका टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 45.45 का औसत है। अगर पंजाब का टॉप ऑर्डर पावरप्ले का भरपूर इस्तेमाल करता है तो टीम को एक मज़बूत शुरुआत मिल सकती है।
#2 तगड़ा मध्य क्रम और धारदार बल्लेबाज़ी
एक अच्छे टॉप ऑर्डर के अलावा पंजाब टीम में एक मज़बूत मिडिल ऑर्डर भी है जो किसी भी मौके पर ज़्यादा रन बनाने में मदद कर सकता है। मध्य क्रम में कुछ युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ कुछ अनुभवी खिलाड़ी भी मौजूद है। कर्नाटक की तिकड़ी केएल राहुल, मयंक अग्रवाल और करुण नायर इस टीम की शान हैं। करुण नायर, वीरेंदर सहवाग के बाद पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट की एक पारी में 300 से ज़्यादा रन बनाए हैं। मयंक अग्रवाल ने 2017 के रणजी सीज़न में 1000 से ज़्यादा रन बनाए थे। इसके अलावा टीम में युवराज सिंह की वापसी हुई है, जो पंजाब के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं। आईपीएल के अनुभवी खिलाड़ी मनोज तिवारी भी मध्य क्रम को धारदार बनाने में मदद कर सकते हैं। किंग्स इलेवन पंजाब में मार्कस स्टोनिस और अक्षर पटेल जैसे ऑलराउंडर भी मौजूद हैं जो टी-20 के शानदार खिलाड़ियों में गिने जाते हैं।
#3 ज़बरदस्त स्पिन गेंदबाज़ी आक्रमण
भारत की पिच बाकी देशों के मुक़ाबले काफ़ी स्लो है, यही वजह है कि किसी भी टीम में स्पिनर्स की अहमियत बढ़ जाती है। जैसा कि केकेआर में सुनील नारेन, चेन्नई में रविंद्र जडेजा ने टीम की जीत में काफ़ी मदद की है। किंग्स-XI पंजाब ने भी स्पिनर्स की अहमियत को समझते हुए कई स्पिन गेंदबाज़ों को टीम में शामिल किया है। टीम इंडिया के कामयाब स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टीम की कमान सौंपी गई है। अक्षर पटेल भी स्पिन गेंदबाज़ी कर सकते हैं, अफ़ग़ानी खिलाड़ी मुजीब-उर-रहमान जो की महज़ 16 साल के है, इस टीम में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
#4 कप्तानी में बदलाव
किसी भी टीम के लिए कप्तानी एक अहम पहलू होता है। काफ़ी माथापच्ची के बाद पंजाब टीम ने ये ज़िम्मेदारी रविचंद्रन अश्विन को सौंपी है। जिससे खिलाड़ियों में खासा उत्साह है। अश्विन एक अनुभवी खिलाड़ी हैं जो क्रिकेट के दांव पेंच समझ सकते है जिससे जीत की रणनीति तैयार करने में मदद मिलती है। किंग्स-XI पंजाब के लिए कप्तानी ही कमज़ोर कड़ी रही है, शुरुआत से कप्तानी को लेकर पंजाब काफ़ी प्रयोग किए गए हैं, जो ज़्यादा कामयाब नहीं हो पाए। हांलाकि आईपीएल के 11वें सीज़न में हालात बदल चुके हैं। अश्विन से उम्मीद की जा सकती है कि वो एक शानदार कप्तान साबित होंगे। एक तस्वीर ये भी है कि अश्विन के पास कप्तानी का अनुभव नहीं है लेकिन उनको लेकर दांव खेलना ग़लत भी नहीं होगा। अश्विन के पास समझदारी की कोई कमी नहीं है, चूंकि वो महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में खेल चुके हैं, तो उन्होंने इन महान खिलाड़ी से कप्तानी के गुर ज़रूर सीखे होंगे। इसके अलावा टीम में वीरेंदर सहवाग बतौर मेंटर काम कर रहे हैं। ये कुछ वजह हैं जिनको देखते हुए कहा जा सकता है कि किंग्स-XI पंजाब इस बार आईपीएल ख़िताब जीत सकती है। लेखक- दीपक कृष्णन अनुवादक शारिक़ुल होदा