3 सकारात्मक चींजें जो वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टी20 सीरीज जीत में भारतीय टीम को देखने को मिली

भारतीय खिलाड़ी विकेट का जश्न मनाते हुए
भारतीय खिलाड़ी विकेट का जश्न मनाते हुए

भारत का वेस्टइंडीज दौरा (WI vs IND) 88 रनों की बड़ी जीत के साथ खत्म हुआ। वनडे सीरीज में 3-0 से सफाया करने के बाद टी20 सीरीज में भी भारत ने वेस्टइंडीज को 4-1 के बड़े अंतर से शिकस्त दी। टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में कई खिलाड़ियों को आराम दिया गया था, जिनमें खुद कप्तान रोहित शर्मा भी शामिल थे। हार्दिक पांड्या ने आखिरी टी20 मुकाबले में भारतीय टीम की अगुवाई की और एक शानदार जीत दिलाई।

इस टी20 सीरीज ने भारतीय टीम का वेस्टइंडीज पर हावी होने से कहीं ज्यादा कई युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को परखने का काम किया। कुछ पहलुओं को नजरअंदाज करें तो भारतीय टीम हर क्षेत्र में सकारात्मक नजर आई। इस लेख में आज हम जानेंगे कि वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज जीत में भारत के लिए 3 सकारात्मक चीजें क्या रहीं।

ये 3 सकारात्मक पहलू भारत के लिहाज से अच्छी खबर रहे

#1 अक्षर पटेल ने खुद को रविंद्र जडेजा के बैकअप से ज्यादा साबित किया

वेस्टइंडीज के खिलाफ गेंदबाजी करते अक्षर पटेल
वेस्टइंडीज के खिलाफ गेंदबाजी करते अक्षर पटेल

बाएं हाथ के ऑफ स्पिनर ऑल राउंडर अक्षर पटेल अपने डेब्यू के बाद से ही टीम में निरंतर नहीं रह पाए हैं। अक्षर पटेल को कई मौकों पर भारतीय टीम के प्रमुख ऑल राउंडर रविंद्र जडेजा के बैकअप ऑप्शन की तरह इस्तेमाल किया गया है और पिछले कई सालों से अक्षर जडेजा के साए में रहकर खेलते रहे हैं।

आखिरी टी20 मुकाबले मे मैन ऑफ द मैच रहे अक्षर पटेल ने वेस्टइंडीज के शीर्ष क्रम को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। वहीं इस पूरे दौरे में निचले क्रम पर अपनी बल्लेबाजी से भी सबको प्रभावित किया। बतौर ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने इस दौरे में अपने किरदार को बखूबी निभाया और रविंद्र जडेजा के साए से बाहर आकर खुद को एक प्रमुख खिलाड़ी के तौर पर साबित किया।

#2 सूर्यकुमार यादव ने दिखाया कि वह हर परिस्थिति के खिलाड़ी हैं

बल्लेबाजी के दौरान शॉट खेलते सूर्यकुमार यादव
बल्लेबाजी के दौरान शॉट खेलते सूर्यकुमार यादव

2021 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले सूर्यकुमार यादव ने एक साल के अंदर दुनिया का दूसरा सबसे बेहतरीन टी20 बल्लेबाज बन कर यह साबित कर दिया कि वह क्यों घरेलू क्रिकेट में इतने प्रचलित खिलाड़ी है। कई सालों के इंतजार के बाद जब 30 साल की उम्र में सूर्यकुमार यादव को राष्ट्रीय टीम में खेलने का मौका मिला तो उन्होंने उस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से कुछ वक्त में ही टी20 टीम में अपनी जगह पक्की कर ली। इस दौरान न सिर्फ घरेलू जमीन पर बल्कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की अलग-अलग परिस्थितियों में भी अपनी बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ ओपनर के तौर पर प्रभावित किया और साबित किया कि वह किसी भी चुनौती में खेलने को तैयार हैं।

इंग्लैंड के खिलाफ टी20 में शतक लगाने के बाद सूर्यकुमार यादव ने वेस्टइंडीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ चार पारियों में 168.75 की स्ट्राइक रेट से 135 रन बनाए, जिसमें एक शानदार अर्धशतक भी शामिल रहा।

#3 अर्शदीप सिंह ने खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए किया साबित

वेस्टइंडीज के खिलाफ गेंदबाजी करते अर्शदीप सिंह
वेस्टइंडीज के खिलाफ गेंदबाजी करते अर्शदीप सिंह

T20 सीरीज में प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने सबको प्रभावित किया। अर्शदीप की बेहतरीन लाइन लेंथ और सटीक यॉर्कर ने प्रशंसकों और चयनकर्ताओं का ध्यान उनकी ओर केंद्रित किया। इसी वजह से उन्हें एशिया कप में भी जगह मिली।

अर्शदीप ने इस T20 सीरीज की पांच पारियों में 16.14 की औसत से सात विकेट लिए, जिसमें 3/12 के आंकड़े सर्वश्रेष्ठ रहे।

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