भारतीय टीम को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में मिली हार के बाद लगातार कई सवाल उठ रहे हैं। कप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने मैदान में कई ऐसे फैसले लिए जिसकी वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा। युजवेंद्र चहल से 18वें ओवर में गेंदबाजी ना कराने के उनके फैसले को लेकर भी काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। पूर्व ओपनर अभिनव मुकुंद के मुताबिक हार्दिक पांड्या किसी भी लिहाज से अपने इस फैसले को सही नहीं ठहरा सकते हैं।
भारतीय टीम को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में भी हार का सामना करना पड़ा। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने निर्धारित 20 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 152 रन बनाए। जवाब में वेस्टइंडीज ने इस टार्गेट को 19वें ओवर में ही 8 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
युजवेंद्र चहल ने जेसन होल्डर और शिमरोन हेटमायर का विकेट लेकर इस मैच में टीम इंडिया की वापसी कराई। उन्होंने अपने तीसरे ओवर में इन दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा और उस वक्त तक वेस्टइंडीज के 8 विकेट गिर चुके थे और ऐसा लग रहा था कि मैच मुट्ठी में है। हालांकि कप्तान हार्दिक पांड्या ने इसके बाद चौंकाने वाला फैसला लिया। उन्होंने 18वें ओवर में चहल की बजाय अर्शदीप और 19वें ओवर में मुकेश कुमार से गेंदबाजी कराई। चहल का एक ओवर बचा ही रह गया।
ये पूरी तरह से गलत फैसला था - अभिनव मुकुंद
यही वजह है कि उनके फैसले पर काफी सवाल उठ रहे हैं। जियो सिनेमा पर बातचीत के दौरान अभिनव मुकुंद ने कहा,
इस चीज को आप सही नहीं ठहरा सकते हैं क्योंकि 10 में से 10 बार आप चहल से ही गेंदबाजी कराते, खासकर तब जब क्रीज पर अल्जारी जोसेफ मौजूद थे। मैं समझ सकता हूं कि बाएं हाथ का बल्लेबाज मौजूद था लेकिन पिछले ही ओवर में आपने शिमरोन हेटमायर को आउट किया था। आपके पास उस तरफ लंबी बाउंड्री थी। अर्शदीप से 19वां और मुकेश कुमार से 20वां ओवर कराया जा सकता था।