भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के प्रमुख स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) को लेकर पूर्व क्रिकेटर अजित अगरकर (Ajit Agarkar) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि चहल को दूसरे वनडे मैच के दौरान रोककर रखा गया और उन्हें काफी देर बाद अटैक पर लगाया गया और ये चीज उन्हें समझ नहीं आई कि कप्तान ने ऐसा क्यों किया।
युजवेंद्र चहल का परफॉर्मेंस दूसरे वनडे मैच में उतना अच्छा नहीं रहा। उन्होंने 9 ओवरों के स्पेल में 69 रन दे दिए और सिर्फ एक ही विकेट चटका पाए। उन्होंने ब्रेंडन किंग को शून्य के स्कोर पर पवेलियन भेजा। उन्हें कप्तान शिखर धवन ने 17वें ओवर में गेंदबाजी पर लगाया और तब तक वेस्टइंडीज की टीम सिर्फ एक विकेट के नुकसान पर 99 रन बना चुकी थी।
फैनकोड पर बातचीत के दौरान अजित अगरकर से पूछा गया कि क्या चहल को गेंदबाजी के लिए और जल्दी लाया जा सकता था। इसके जवाब में उन्होंने कहा,
मुझे नहीं पता कि चहल को रोककर रखने का प्लान क्या था। जब भी उन्होंने गेंदबाजी की है शानदार प्रदर्शन किया है। आज अगर आप उनकी गेंदबाजी को देखें तो आखिर में कई सारे बेहतरीन हिटर खेल रहे थे और शायद विकेट चटकाने के लालच में चहल ने ज्यादा रन दे दिए।
चहल को पहले लाकर विकेट चटकाना चाहिए था - अजित अगरकर
अगरकर के मुताबिक अगर युजवेंद्र चहल को गेंदबाजी के लिए पहले लाया जाता तो वो विकेट निकाल सकते थे। उन्होंने आगे कहा,
आप भले ही कितने बेहतरीन गेंदबाज क्यों ना हों लेकिन जब बल्लेबाज एक बार क्रीज पर सेट हो जाता है तो फिर उसके पास खुलकर खेलने का लाइसेंस होता है। वेस्टइंडीज के इन खिलाड़ियों के पास काफी पावर है। इसलिए चहल को जल्दी लाकर विकेट लेने की कोशिश करनी चाहिए थी।