टीम इंडिया के युवा क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में अपनी बल्लेबाजी को लेकर निराशा जाहिर की है। यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में 74 गेंद पर 57 रन बनाए लेकिन इसके बावजूद वो खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि वो इस मुकाबले में शतक लगा सकते थे और उन्होंने एक बेहतरीन मौका गंवा दिया।
यशस्वी जायसवाल को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में डेब्यू का मौका मिला था और उन्होंने जबरदस्त तरीके से शतक लगाकर शानदार आगाज किया था। पहले मैच में बड़ी पारी खेलने की वजह से उनसे उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ गई थीं। दूसरे मुकाबले में उन्होंने 57 रनों की पारी खेली।
मैं हर एक मैच में लंबी पारी खेलने की कोशिश करता हूं - यशस्वी जायसवाल
हालांकि उनको लगता है कि वो इस पारी में शतक लगा सकते थे। दिन का खेल खत्म होने के बाद यशस्वी जायसवाल ने कहा,
मैं निश्चित तौर पर निराश हूं लेकिन क्रिकेट में ये होता है। मुझे लगातार सीखते रहना होगा और अगली बार जब इस तरह की परिस्थिति में आऊं तो चीजों को और बेहतर करना होगा। हर बार मेरे अंदर ये आग रहती है कि मैं कैसे टीम के लिए ज्यादा से ज्यादा योगदान दे सकता हूं। हर मैच में यही सोच रहती है कि टीम को बेहतर शुरूआत दूं। जब भी मैं बल्लेबाजी करता हूं तो लंबा टिकने की कोशिश करता हूं। जब आप आउट हो जाते हैं तो निश्चित तौर पर निराशा हाथ लगती है। ये क्रिकेट है और हमें लगातार सीखते रहना होगा कि आगे हम क्या बेहतर कर सकते हैं।
आपको बता दें कि भारतीय टीम ने त्रिनिदाद टेस्ट मैच में पहले दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट के नुकसान पर 288 रन बना लिए हैं। स्टंप्स के समय विराट कोहली 87 और रविंद्र जडेजा 36 रन बनाकर नाबाद हैं।