7 ऐसे मौक़े जब विकेटकीपर ने बिना कैच लिये हुए किए 3 स्टंपिंग

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क्रिकेट मैदान में सबसे अद्भुत दृश्यों में से एक होता है विकेटकीपर द्वारा बल्लेबाज़ की स्टंपिंग करना। स्टंपिंग में गेंदबाज और स्टंप के पीछे खड़े विकेटकीपर में समन्वय शामिल होता है। पूरी प्रक्रिया में एक विकेटकीपर द्वारा गेंद को सफाई से पकड़ते हुए बल्लेबाज़ के क्रीज़ में पहुँचने से पहले गिल्लियां बिखेरी जाती हैं, लेकिन इसके लिये समय बहुत ही कम होता है। इसलिए, स्टंप के पीछे खड़े होने के लिये एकाग्रता और सूक्ष्म सजगता की आवश्यकता होती है। हालांकि 252 से अधिक विकेटकीपर ने वनडे में विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन उनमें से केवल 6 ने बिना कोई कैच लिये बिना वनडे में तीन या अधिक स्टम्पिंग की है। आइये ऐसे ही 7 मौकों पर गौर करें जब विकेटकीपर ने 3 स्टंपिंग बिना कैच लिये की।

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# 1 सलीम यूसुफ़ - पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड, लाहौर (1990)

सलीम यूसुफ ने 1982 में पाकिस्तान के लिए अपने एकदिवसीय क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी और 1990 तक अपने देश के लिये खेलते रहे, जिसमें 86 वनडे में देश का प्रतिनिधित्व किया था। 2 नवंबर 1 990 को लाहौर में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज़ के पहले एकदिवसीय मैच में, उन्होंने इयान स्मिथ, क्रिस प्रिंगल और मार्क प्रीस्ट की 3 स्टम्पिंग्स की। सभी सलीम मलिक की गेंदबाजी पर आई, जिन्होंने पाकिस्तान को 19 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की और 5 विकेट लिए।

# 2 इयान हिली - ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ़्रीका, फ़ैसलाबाद (1994)

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1980 के दशक के अंत में रॉडने मार्श के संन्यास के बाद इयान हिली को ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल किया गया था। उन्होंने दोनों हाथों से इस मौके को लपका और 168 एकदिवसीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें से 8 में कप्तानी भी की। उनके अच्छे विकेट-कीपिंग कौशल और निचले क्रम में बतौर बल्लेबाज़ महत्वपूर्ण योगदान देने के चलते वह दोनों प्रारूपों में ऑस्ट्रेलिया टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य बन गये। उन्होंने 18 अक्टूबर 1994 को फैसलाबाद में विल्स त्रिकोणीय सीरीज़ के चौथे मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक वनडे में 3 स्टंपिंग करने की उपलब्धि हासिल की। हिली ने, शेन वॉर्न की गेंदबाजी पर 3 बल्लेबाजों - एरिक सीमन्स, डेरेक क्रुक और फैनी डी विलियर्स की स्टंपिंग की और ऑस्ट्रेलिया न मैच को अंततः 22 रन से जीत लिया। इस दौरान हिली ने कोई भी शिकार कैच लेते हुए नहीं किया था।

# 3 और# 4 रोमेश कालुविथरना (दो बार)

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रोमेश कालुविथरना ने 1990 से 2004 तक 189 वनडे में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया। सनथ जयसूर्या के साथ पारी की शुरआत करने वाले यह खिलाड़ी अक्सर पहले 15 ओवर का फ़ायदा उठाते हुए गेंदों को मैदान के चारों और मारते थे और श्रीलंका को आक्रामक शुरुआत दिलाने का काम किया। शीर्ष क्रम में बल्लेबाज़ी के अलावा, कालुविथरना के कंधों पर मुथैया मुरलीधरन, जयसूर्या और उपुल चंदाना की श्रीलंकाई स्पिन तिकड़ी की गेंदबाजी के दौरान विकेटकीपिंग का अतिरिक्त भार भी था। 22 अगस्त 1999 को गॉल में आयोजित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में कालुविथरना ने रिकी पॉन्टिंग, टॉम मूडी और जेसन गिलेस्पी की स्टंपिंग की। सभी जयसूर्या की गेंदबाजी के दौरान। इसके अलावा उन्होंने 18 अक्टूबर 1999 को पाकिस्तान के खिलाफ शारजाह में कोको-कोला चैंपियंस ट्रॉफी के पांचवें मैच में भी 3 स्टम्पिंग की। उन्होंने 21वें ओवर में उपुल चंदना की गेंद पर पहले वजाहतुल्लाह को स्टंप किया। फिर उन्होंने इंजमाम-उल-हक और वसीम अकरम को सनथ जयसूर्या की गेंदों पर 34वें और 46 वें ओवर में स्टंप आउट किया।

# 5 मोईन ख़ान - लाहौर में पाकिस्तान बनाम इंग्लैंड (2000)

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मोइन खान ने 1990 से 2004 तक 219 एकदिवसीय मैचों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया। वह विकेटकीपर होने के साथ ही एक आक्रामक बल्लेबाज भी थे जिसने कुछ उपयोगी पारी खेली जो पारी के अंत में खेली गयीं। 27 अक्टूबर 2000 को लाहौर में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में, मोइन ने एलेक स्टीवर्ट, नासिर हुसैन और क्रेग व्हाईट के रूप में 3 स्टम्पिंग्स को अंजाम दिया। उन्होंने मुश्ताक अहमद की गेंद पर एलेक स्टीवर्ट को स्टंप किया, इसके बाद नासिर हुसैन और क्रेग व्हाइट की शाहिद अफरीदी की गेंदों पर स्टंपिंग की।

# 6 एमएस धोनी - चेन्नई में एशिया एकादश बनाम अफ़्रीका एकादश (2007)

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खेल के तीनों प्रारूपों में अनगिनत मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के अलावा, एमएस धोनी ने 2007 एफ्रो-एशिया कप में एशिया इलेवन के लिए खेले। टूर्नामेंट के तीसरे मैच में, एशिया इलेवन ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। धोनी ने महेला जयवर्धने के साथ साझेदारी की जब उनकी टीम 72-5 पर गई मुश्किल में पहुँच गयी थी। दोनों ने छठें विकेट के लिए 218 रन की साझेदारी की जिससे उनकी टीम का एक विशाल स्कोर 331/8 बना। उस मैच में धोनी ने 3 स्टंपिंग्स को भी अंजाम दिया था और वोसी सिबांडा, स्टीव टिकोलो और मार्क बाउचर को आउट करने में सफल रहे। सिबांडा, मोहम्मद रफीक की गेंद पर, तो टिकोलो और बाउचर, हरभजन सिंह की गेंदबाजी पर स्टंपिंग के शिकार हुए। एशिया इलेवन ने 13 रन से मैच जीता।

# 7 रेगिस चकाब्वा - ढाका में ज़िम्बाब्वे बनाम बांग्लादेश (2015)

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रेगिस चकाब्वा ने 2008 के मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ जिम्बाब्वे के लिए अपने एकदिवसीय मैचों के करियर की शुरुआत की और 34 एकदिवसीय मैचों में देश का प्रतिनिधित्व किया। उन मैचों से, उन्होंने 454 रन बनाए हैं और विकेट के पीछे 23 शिकार किये। 11 नवंबर, 2015 को ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में, उन्होंने तमीम इकबाल, इमरूल कायेस और मुशफिकर रहीम की तीन स्टंपिंग क्रमशः क्रेमर, रज़ा और वॉलर की गेंदबाजी पर की। हालांकि जिम्बाब्वे 61 रनों से मैच हार गया पर उनके कीपिंग कौशल की सराहना विभिन्न विशेषज्ञों ने की। लेखक: सिद्धार्थ सिद्धू अनुवादक: राहुल पांडे

Edited by Staff Editor
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