आयरलैंड (Ireland) के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी विलियम पोर्टरफील्ड (William Porterfield) ने सभी प्रारूप से संन्यास का ऐलान कर दिया है। आयरलैंड के लिए सबसे ज्यादा मैच खेलने वालों में उनका नाम तीसरे स्थान पर आता है। वहीँ सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में वह दूसरे स्थान पर हैं।
2008 में ट्रेंट जॉन्सटन से कप्तानी लेने के बाद पोर्टरफ़ील्ड ने 253 बार अपने देश का नेतृत्व किया। 37 वर्षीय खिलाड़ी उस समय भी टीम के कप्तान थे जब आयरलैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ 2018 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। आयरिश टीम ने उस टेस्ट में प्रभावशाली क्रिकेट खेला था।
नवंबर 2019 में पोर्टरफील्ड ने कप्तानी छोड़ दी। वह 11 साल तक इस पद पर रहे। बाद में उनकी जगह एंड्रू बैलबर्नी को टीम की कमान सौंपी गई। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ साल 2015 में वर्ल्ड कप के दौरान शतकीय पारी खेली। वनडे करियर में उन्होंने कुल 11 शतकीय पारियां खेली थी। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ करियर का अंतिम मुकाबला खेला था। उसमें वह गोल्डन डक पर आउट हो गए थे। जब साल 2007 के वर्ल्ड कप में आयरलैंड की टीम ने पाकिस्तान को हराया था तब भी पोर्टरफील्ड ने प्रभावित किया था।
संन्यास के मौके पर उन्होंने कहा कि 16 साल तक देश का प्रतिनिधित्व करना बड़े सम्मान की बात है। बचपन से यह कुछ ऐसा था, जो मैं करना चाहता था। इस समय थोड़ा हटकर और संन्यास लेने का फैसला लेना थोड़ा विचित्र है, लेकिन मैं 2006 से खेल रहा हूँ और भाग्यशाली हूँ कि यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है। करियर के दौरान एक शौकिया टीम से अब हम एक टेस्ट टीम बन गए हैं। मुझसे पहले के लोग और मेरे साथ के लोगों ने मिलकर आयरलैंड क्रिकेट के लिए एक बुनियादी ढांचा तैयार किया है जो आयरलैंड में अब फलता-फूलता रहेगा।