मुंबई के युवा बल्लेबाज प्रणव धनावाड़े जिन्होंने 2015 में मान्यता प्राप्त मैच में 1,000 रन से अधिक बनाकर इतिहास रचा था, अब अपने छोटे से करियर में बड़ी चुनौती का सामना करने वाले हैं क्योंकि अब उन्हें इंग्लैंड के लीसेस्टर में 9 मैच खेलना है, जहां वह वर्ली क्रिकेट क्लब का प्रतिनिधित्व करेंगे। हिंदुस्तान टाइम्स से इसकी जानकारी मिली है। ऑटोरिक्शा वाले के बेटे प्रणव उस जगह जा रहे हैं जहां उनसे पहले कोई ऐसा क्रिकेटर वहां नहीं खेला है, जिसने स्कूल स्तर पर चार संख्या में रन बनाए हो। उनकी मैराथन पारी जून 2015 में केसी गांधी हायर सेकंडरी स्कूल की तरफ से आर्य गुरुकुल स्कूल के खिलाफ मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित एचटी भंडारी कप इंटर स्कूल टूर्नामेंट में निकली थी। धनावाड़े ने 395 मिनट क्रीज पर बिताते हुए मात्र 323 गेंदों में 312.38 की स्ट्राइक रेट से 1009 रन बनाए थे। इस पारी के दौरान उन्होंने 129 चौकें और 59 छक्के जमाए थे। इसके बाद उन्हें देश के दिग्गज क्रिकेटरों से भी शुभकामनाएं मिली थी, लेकिन कुछ लोगों ने दावा किया था कि स्कूल में परीक्षा के कारण विपक्षी टीम के प्रमुख खिलाड़ी नहीं खेले थे तभी प्रणव ऐसी पारी खेलने में कामयाब रहे। क्रिकेट की बात की जाए तो प्रणव ने एईजे कॉलिंस द्वारा 1899 में बनाए नाबाद 628 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा था। 116 वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ने वाले प्रणव पिछले कुछ समय से अच्छे फॉर्म में नहीं चल रहे हैं। शुरुआत में 74 और 156 की पारी खेलने के बाद प्रणव 40 और 20 रन पर आउट हो गए। विवाद ने एक बार प्रणव को फिर घेरा जब उनकी जगह महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर का चयन अंडर-16 वेस्ट जोन की टीम में हो गया। प्रणव को उम्मीद है कि इंग्लैंड में खेले जाने वाले आगामी मैचों में वह शानदार प्रदर्शन करके सभी सही कारणों से अपनी दावेदारी पेश करेंगे।