विकेट के पीछे से धोनी पूरे मैदान को काफी आसानी से देख पाते हैं। वो कप्तान और विकेट-कीपर दोनों ही रूप में देख पाते हैं की बल्लेबाज़ कौन सा शॉट खेलने वाले हैं, और वो देख पाते हैं की बल्लेबाज़ की क्या कमी है। फिर वो इस कमी को अपने बॉलर को बताकर हमेशा विकेट लेने की कोशिश में रहते हैं। आयरलैंड के खिलाफ मैच में धोनी ने काफी अलग-अलग आवाज़ें भी निकाली। शुरू में अपने तेज़ गेंदबाजों को रन लुटाते हुए देखकर उन्होने अपने स्पिनर्स को लगाया, और रनों की गति को रोका। इस मैच में मैदान ज़्यादा भरा हुआ नहीं था, और कोई भी सुन सकता था की स्टंप के पास क्या बातें हो रही हैं। टीम जिस प्रकार अपनी रणनीति के बारे में खुलकर बात कर रही थी, वो काफी रोमांचक था। धोनी के वो कुछ कॉमेंट जो इस मैच के दौरान विकेट माइक्रोफोन पर रिकॉर्ड हुए:
#1 जडेजा की बॉलिंग के पीछे धोनी की सोच
जडेजा की तीसरे ओवर की पहली गेंद छोटी थी, और इससे विलियम पोर्टरफील्ड को कट मारने के लिए काफी जगह मिली। उन्होने इस बोल को बाउंडरी में पहुंचा दिया। अगली गेंद भी काफी छोटी थी, पर यह सीधे स्टंप की दिशा में गई। चौथी बॉल जडेजा ने एक लंबी गेंद फेंकी, जिसको पॉल स्टर्लिंग ने डिफ़ेंड कर लिया। धोनी ने ताली बजाई और कहा," आगे से मारने दे।" वो जडेजा को फुल बॉल करने के लिए कह रहे थे। अगली बॉल फिर छोटी बॉल कराई, और स्टर्लिंग ने इस बॉल पर छक्का मार दिया। धोनी ने फिर जडेजा को रैना से रिप्लेस कर दिया।
#2 धोनी ने रायडू को तुरंत वापिस भेजा
[caption id="attachment_146201" align="aligncenter" width="594"] India's Ambati Rayudu practices during training ahead of their 2015 Cricket World Cup Group B match against Ireland, in Hamilton on March 9, 2015. AFP PHOTO / Michael Bradley (Photo credit should read MICHAEL BRADLEY/AFP/Getty Images)[/caption] रैना की बॉलिंग पर पोर्टरफील्ड ने बॉल कवर में अंबाती रायडू के पास भेजी। इस पर धोनी ने कहा," जाग के ज़रा। इसका पैर देख ज़रा कैसे हिल रहा है। उसके हिसाब से देख। वोलिबोल की तरह खड़ा है बीच में।" रायडू ने बॉल फेंकने में देरी करी, हालांकि बल्लेबाज़ ने रन नहीं लिया। पर धोनी ने रायडू को थोड़ी और तेज़ी से फील्डिंग करने को कहा।
#3 धोनी का चक्रव्युह
आयरलैंड की शुरुआत काफी अच्छी थी, पर अश्विन ने भारत के लिए पहला विकेट लिया और फिर एड जॉयस मैदान पर आए। रैना ने इस स्पैल का दूसरा ओवर डाला और उन्होने पहली बॉल तेज़ी से फेंकी। जॉयस ने इस बॉल को अजिंक्य रहाणे की तरफ खेली। धोनी चिल्लाये," हल्का पीछे रह सकता है जिंक्स, ये धीरे नहीं खेलता।" धोनी ने जॉयस के खेल को बखूबी पढ़ा, उन्हे पता था की जॉयस ऐसे खिलाड़ी नहीं है जो बस सिंगल या डबल ही लें। यह शायद रैना को एक मैसेज भी था की वो जॉयस को थोड़ी छोटी बॉल करें।
#4 बल्लेबाजों पर विकेट के पीछे से पैनी नज़र
अश्विन इनिंग का 21वां ओवर फेंक रहे थे। उन्होने पोर्टरफील्ड को एक आसान सी बॉल फेंकी। वो इस बॉल को उड़ाने वाले थे, पर पूरा विश्वास ना होने के कारण उन्होने बॉल को आराम से खेल दिया। धोनी ने उन्हे आक्रामक मुद्रा में आते हुए भी देखा, और फील्डर्स से कहा," ये ऊपर से देख रहा है। हल्का ऊपर रहना, तेरे पास आ सकता है।" पोर्टरफील्ड अगली चाल बॉलों पर दूसरे छोड़ पर ही रहे, और इस ओवर में भारत को ज़्यादा नुकसान नहीं हुआ।
#5 डीआरएस लेने का फैसला
इनिंग का 31वां ओवर था, रैना बॉल कर रहे थे, और धोनी ने थोड़ी देर पहले ही पॉटरफील्ड को स्टंप करने का मौका चुका था। दो बॉल बाद ही नील ओ'ब्रायन बॉल को सही तरीके से नहीं समझे और बॉल उनके पैड में लग गई। धोनी और रैना दोनों ने अपील करी, लेकिन रैना रिव्यू लेने वाले थे। पर धोनी ने कहा," लाइन में लगी हो तब बताना।" धोनी ने सही फैसला लिया, और उनका रिव्यू ना लेने का फैसला सही साबित हुआ। कुछ ओवर के बाद रैना की एक अपील पर धोनी मान गए और वो डीआरएस के लिए गए। क्योंकि रैना रेगुलर बॉलर नहीं है, तो शायद कोई और कप्तान उनकी बात नहीं मानता, पर धोनी ने उनकी बात सुनी। लेखक- NAR133, अनुवादक- नितीश उनियाल