आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 तीस मई से शुरू होकर चौदह जुलाई तक जारी रहेगा। केवल तीन महीने का वक्त शेष है और जल्द ही सभी टीम भी सामने आ जाएँगी कि कौन-कौन खिलाड़ी अपने देश का प्रतिनिधित्व करता नजर आयेगा।
क्रिकेट एक्सपर्ट, भारत और इंग्लैंड को विश्व विजेता के रूप में देख रहे हैं। भारतीय टीम की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए भारत को विश्व कप का प्रबल दावेदार कहना कई मायनों में सही भी है। इंग्लैंड को इसलिए प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि इंग्लैंड को अपने घरेलू दर्शकों का भरपूर साथ मिलने वाला है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की धरती पर उन्हें हराना कोई आसान कार्य नहीं है, इसी कारण भारतीय टीम का मनोबल सातवें आसमान पर है।
भारत के पास बेहतरीन टीम संयोजन है और कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं, जो आगामी विश्व कप में भारत के लिए अपना डेब्यू मैच खेल सकते हैं। आइये डालते हैं प्रकाश कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों पर।
जसप्रीत बुमराह
डेथ ओवर स्पेशलिस्ट जसप्रीत बुमराह का भारतीय टीम में स्थान लगभग पक्का माना जा रहा है। बुमराह ने कई बार भारत को आख़िरी क्षणों में हारे हुए मैच में वापसी कराई है। जसप्रीत बुमराह का एकदिवसीय क्रिकेट डेब्यू जनवरी 2016 में हुआ था। बुमराह ने अपना पहला एकदिवसीय मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला और उन्होंने पहले मैच में ही दर्शा दिया था कि यह गेंदबाज, जल्द ही भारतीय गेंदबाजी की रीढ़ बनकर उभरने वाला है।
बीते तीन वर्षों में बुमराह ने 45 एकदिवसीय मैच खेलते हुए 21.2 की बेहतरीन औसत से 80 विकेट चटकाए हैं। विश्व कप में भी जसप्रीत बुमराह नाम का यह गेंदबाज सटीक यॉर्कर गेंदों से विपक्षी बल्लेबाजों की नाक में दम करने में पूर्णतः सक्षम है। संभावनाएं अत्यधिक हैं कि विश्व कप 2019 में बुमराह सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन सकते हैं।
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कुलदीप यादव
एकदिवसीय क्रिकेट की विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज यह चाइनामैन गेंदबाज इंग्लैंड की पिचों पर बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए जैसे तरस रहा है। हालाँकि कुलदीप यादव ने इंग्लैंड में अधिक संख्या में मैच नहीं खेले हैं, लेकिन अभी तक खेले मैचों में उन्होंने सोलह की बेहतरीन औसत से विकेट चटकाए हैं।
कुलदीप यादव का एकदिवसीय क्रिकेट डेब्यू जून 2017 में हुआ था। कुलदीप यादव न केवल एक प्रतिभा के धनी गेंदबाज हैं बल्कि जरुरत पड़ने पर बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। इंग्लिश पिचों पर केवल भारत को ही नहीं, सभी टीमों को बल्लेबाजी में गहराई की सख्त जरुरत पड़ने वाली है। कुलदीप यादव के बल्लेबाजी कर सकने की क्षमता भारत को बल्लेबाजी में भी मजबूती प्रदान कर रही है। कुलदीप यादव हमेशा से अपनी टीम को ब्रेकथ्रू दिलाने का काम करते आये हैं। मिडिल ओवर्स में विकेट चटकाने की क्षमता के कारण ही वो भारतीय टीम का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं।
केएल राहुल
2018 सत्र लोकेश राहुल के छोटे से करियर सबसे बेकार साल रहा है। हालाँकि केएल राहुल ने बीते वर्ष कुछ ख़ास एकदिवसीय मैच तो नहीं लेकिन टेस्ट मैचों में उनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट देखी गयी। इसी कारण काफी समय तक उन्हें आलोचनाओं ने घेरे रखा।
परन्तु जिस तरह उन्होंने अपने 2019, यानी नए सत्र की शुरुआत की है, उससे उन्होंने भारतीय फैन्स का दिल एक बार फिर जीत लिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 मैचों में लगातार अच्छी पारियां खेल उन्होंने दर्शाया कि उन्हें बैकअप प्लान के रूप में देखने में कोई बुराई नहीं है।
केएल राहुल टी20 क्रिकेट के इतिहास के उन तीन बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने इंग्लैंड की धरती पर शतक जड़ा है। अब बारी है एकदिवसीय क्रिकेट में अपना जौहर दिखाने की। संभव ही केएल राहुल को यदि एक भी मौका मिलता है तो वो उसे भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे।