इंडियन प्रीमियर लीग का 12वां संस्करण अब समाप्त हो चुका है। फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई के खिलाफ जीत दर्ज कर अपना चौथा आईपीएल खिताब जीता। आईपीएल के बाद अब सभी क्रिकेट प्रशंसक विश्वकप का इंतज़ार कर रहे हैं। क्रिकेट के इस महासंग्राम में इस बार कुल 10 टीमें एक दूसरे से भिड़ेंगी और क्रिकेट की सबसे शानदार ट्रॉफी को जीतने की पूरी कोशिश करेंगी।
साल 2019 का विश्वकप काफी शानदार होने वाला है। जहाँ यह प्रतियोगिता क्रिस गेल, इमरान ताहिर और महेंद्र सिंह धोनी जैसे महान खिलाड़ियों का आखिरी विश्वकप साबित होगा, वहीं दूसरी ओर राशिद खान, हार्दिक पांड्या और कागिसो रबाडा जैसे खिलाड़ी खेल के सबसे बड़े मंच पर पहली बार अपना दम दिखाएंगे।
आज इस लेख में हम ऐसे तीन दिग्गज खिलाड़ियों की बात करेंगे, जो अपनी-अपनी टीमों के लिए मैच विजेता साबित हो सकते हैं।
#3 क्रिस गेल (वेस्ट इंडीज़)
वेस्ट इंडीज़ के पूर्व कप्तान व बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज़ क्रिस गेल इस सूची में तीसरे स्थान पर आते हैं। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने अपने वनडे करियर की शुरुआत साल 1999 में भारत के खिलाफ की थी, और तब से यह दमदार खिलाड़ी वेस्ट इंडीज़ के लिए 289 मुकाबलों में 38 की औसत और 87 के स्ट्राइक रेट से 10151 बना चुका है।
गेल ने साल 2004 में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में ताबड़तोड़ प्रदर्शन किया, और टूर्नामेंट में 474 रन बनाकर और 8 विकेट अपने नाम करते हुए विश्व क्रिकेट में काफी सुर्खियां बटोरी थी। ऑस्ट्रेलिया में खेले गए 2015 क्रिकेट विश्वकप में गेल ने विश्वकप इतिहास का सबसे पहला दोहरा शतक लगाया। गेल ने यह दोहरा शतक टूर्नामेंट के 15वें मुकाबले में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ सिर्फ 147 गेंदों में लगाया था, जिसमें 10 चौके और 16 छक्के शामिल थे।
साल 2019 में गेल शानदार फॉर्म में हैं, और इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई पिछली सीरीज़ में उन्होंने 4 मुकाबलों में 424 रन बनाए थे। गेल के इसी दमदार प्रदर्शन के लिए उन्हे प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया था। इस साल का विश्वकप गेल का आखिरी विश्वकप होगा, और अगर वेस्ट इंडीज़ को यह खिताब जीतना है, तो बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ को अच्छा प्रदर्शन करते रहना होगा।
#2 लसिथ मलिंगा (श्रीलंका)
विश्व के दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ों में से एक लसिथ मलिंगा इस सूची में दूसरे स्थान पर आते हैं। दाएं हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ ने अपना वनडे डेब्यू साल 2009 में यूएई के खिलाफ किया था, और तब से यह खिलाड़ी श्रीलंका के लिए 218 मुकाबलों में 29 की औसत और 5.3 की इकॉनमी से 322 विकेट निकाल चुका है।
साल 2007 में वेस्ट इंडीज़ में खेले गए विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मलिंगा ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया था। लसिथ मलिंगा ने लगातार चार गेंदों पर दक्षिण अफ्रीका के चार बल्लेबाज़ों को आउट किया था और एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
इस साल का विश्वकप इस दिग्गज गेंदबाज़ का आखिरी विश्वकप होगा। सटीक यॉर्कर और धीमी गेंद डालने में माहिर मलिंगा को इंग्लैंड की पिचों पर फायदा मिलेगा जिसके चलते इस खिलाड़ी से टीम के लिए एक यादगार प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।
1 महेंद्र सिंह धोनी (भारत)
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस सूची में पहले स्थान पर आते हैं। धोनी इस साल विकेट-कीपर बल्लेबाज़ के रूप में अपना चौथा और आखिरी विश्वकप खेलेंगे। साल 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू करने के बाद से यह खिलाड़ी भारत के लिए 341 वनडे मुकाबलों में 10500 रन बना चुका है।
महेंद्र सिंह धोनी इकलौते ऐसे खिलाड़ी है, जिन्होंने टी20 विश्वकप ट्रॉफी, क्रिकेट विश्वकप ट्रॉफी और चैंपियंस ट्रॉफी जीती है। 2011 के विश्वकप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई 91 रनों की पारी ने धोनी को भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का आकर्षण का केंद्र बना दिया था।
पूर्व कप्तान पिछले कुछ समय से काफी अच्छी फॉर्म में हैं और ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भारत की श्रृंखला जीत में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अगर भारत को विश्वकप जीतना है, तो इस खिलाड़ी से उम्मीद होगी कि वह अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखें और अपने अनुभव को हर पड़ाव पर टीम के साथ साझा करें।