#2 बल्लेबाजों पर हावी गेंदबाज
इस विश्व कप की शुरुआत से पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि टूर्नामेंट में प्रत्येक टीम के बल्लेबाज अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे और टीमें इस टूर्नामेंट में 350 ही नहीं बल्कि 500 रनों तक का स्कोर भी खड़ा कर सकती हैं लेकिन जब टूर्नामेंट की शुरुआत हुई, तो यह अनुमान गलत साबित हुआ और ऐसा लगा कि गेंदबाज बल्लेबाजों पर हावी होते नजर आ रहे हैं।
इसके कई उदाहरण हमें देखने को मिले, जब ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 288 रनों का बचाव किया, श्रीलंका ने अफगानिस्तान के खिलाफ 187 रनों का बचाव किया और यहां तक कि बांग्लादेश ने न्यूजीलैंड के लिए 245 रनों का लक्ष्य हासिल करना भी मुश्किल कर दिया था। इस बार के विश्व कप में इस बात ने सभी को हैरान किया है।
#3 दक्षिण अफ्रीका का लगातार तीन मैच हारना
टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले यह कहा जा रहा था कि इस बार खिताब की प्रबल दावेदार चार टीमें ही होंगी, जिनमें भारत, इंग्लैंड, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया का नाम शामिल था। जबकि दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम को इसमें नहीं शामिल किया गया था। वहीं विश्व कप की शुरुआत से दक्षिण अफ्रीका ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उसकी उम्मीद इस मजबूत टीम से नहीं की जा रही थी।
दक्षिण अफ्रीका की टीम अभी तक टूर्नामेंट में तीन मैच खेल चुकी है और उसे तीनों मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम से इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की गई थी। वहीं दक्षिण अफ्रीका को भी अपने स्टार गेंदबाज डेल स्टेन की कमी खल रही होगी, जबकि लुंगी एंगिडी भी कुछ मैचों के लिए टीम में मौजूद नही हैं। दक्षिण अफ्रीका के निराशाजनक प्रदर्शन ने सभी को हैरान किया है।