वर्ल्ड कप 1983 और 2011 की विजेता टीम भारत एक बार फिर वर्ल्ड कप का खिताब जीतने के उद्देश्य से इंग्लैंड पहुंच चुकी है। लेकिन टूर्नामेंट की शुरुआत होने से पहले भारतीय टीम के लिए बुरी खबर आई है। ऑलराउंडर विजय शंकर को उंगली में चोट आई है, जिसके कारण वे शुरुआती कुछ मैचों से बाहर रह सकते हैं। हालांकि बीसीसीआई की ओर से आधिकारिक रिपोर्ट आने तक इस बारे में कुछ कहना उचित नहीं होगा। इसके अलावा केदार जाधव भी टीम के साथ इंग्लैंड गए हैं. लेकिन सूत्रों की मानें तो शुरुआती एक-दो मैचों से बाहर रह सकते हैं।
आज हम भारतीय टीम के प्रत्येक खिलाड़ियों की भूमिका के बारे में बात करने जा रहे हैं।
भारत की 14 सदस्यीय टीम:
बल्लेबाज: रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, केएल राहुल
ऑलराउंडर: हार्दिक पांड्या, विजय शंकर, केदार जाधव, रविंद्र जडेजा
विकेटकीपर: महेंद्र सिंह धोनी, दिनेश कार्तिक
स्पिन गेंदबाज: युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव
तेज गेंदबाज: मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी
संभावित प्लेइंग इलेवन:
रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल/विजय शंकर, महेंद्र सिंह धोनी, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह।
प्रत्येक खिलाड़ियों की भूमिका:
रोहित शर्मा- शिखर धवन:
वर्ल्ड कप 2015 के बाद से रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी ने 4500 से अधिक रनों की साझेदारी की है। वर्ल्ड कप 2015 के बाद से लेकर अब तक सबसे अधिक रनों की साझेदारी करने वाले सलामी बल्लेबाजों की सूची में ये जोड़ी सातवें स्थान पर है। जबकि रोहित शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से 3790 रन बनाए हैं। ऐसे में इन दोनों बल्लेबाजों की भूमिका भारतीय टीम को अच्छी शुरूआत दिलाने की रहेगी।
विराट कोहली:
विराट कोहली ने वर्ल्ड कप 2015 के बाद से तीसरे स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए 4306 रन बनाए हैं। वर्ल्ड कप 2015 के बाद से लेकर अब तक वो सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। विराट कोहली इस वर्ल्ड कप में ठीक वैसी ही भूमिका निभाएंगे जैसा 1983 में मोहिंदर अमरनाथ और 2011 में गौतम गंभीर ने निभाया था।
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केएल राहुल/ विजय शंकर:
वैसे तो मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के अनुसार विजय शंकर चौथे स्थान पर खेलने के लिए उपयुक्त बल्लेबाज थे लेकिन कुछ विशेषज्ञ केएल राहुल को इसके लिए सही विकल्प मान रहे हैं। केएल राहुल का यह आईपीएल सीजन अच्छा गुजरा है। उन्होंने इस आईपीएल सीजन में चौके-छक्कों से ज्यादा स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया। इस हिसाब से केएल राहुल की भूमिका चौथे स्थान पर अच्छी हो सकती है। इसके अलावा अगर विजय शंकर प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बने तो वे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभाग में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
एमएस धोनी:
महेंद्र सिंह धोनी परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढालने में सक्षम हैं। जनवरी माह में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वे मैन ऑफ द सीरीज बने थे साथ ही आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन शानदार था। ऐसे में उनकी भूमिका मध्यक्रम को मजबूत बनाने की रहेगी और अंत तक खड़े रहकर खेल समाप्त करने की होगी।
केदार जाधव:
केदार जाधव एक ऐसे बल्लेबाज हैं जिनको किसी भी स्थान पर मौका दिया जा सकता है और वे शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। उनकी भूमिका फिनिशर के तौर पर हो सकती है जिसको वो बखूबी निभा सकते हैं। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर वो साइड आर्म गेंदबाजी करके विकेट भी निकाल सकते हैं।
हार्दिक पांड्या:
हार्दिक पांड्या आक्रामक बल्लेबाजी के लिए मशहूर हैं। वे स्कोर बोर्ड पर रनों की गति बढ़ा सकते हैं साथ ही वो 10 ओवर गेंदबाजी भी कर सकते हैं। उनकी भूमिका दोनों विभागों में महत्वपूर्ण रहेगी।
कुलदीप यादव-युजवेंद्र चहल:
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की भूमिका बीच के ओवरों में गेंदबाजी करके अधिक से अधिक विकेट निकालने की होगी। इसके अलावा कुलदीप यादव जरूरत पड़ने पर थोड़ी बहुत बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।
मोहम्मद शमी- जसप्रीत बुमराह:
दोनों तेज गेंदबाज इस समय अच्छी लाय में नजर आ रहे हैं। दोनों गेंदबाजों की भूमिका शुरुआती 10 ओवरों में और अंतिम 10 ओवरों में बल्लेबाजों पर पकड़ मजबूत करने की होगी और विकेट निकालने की होगी।
अन्य खिलाड़ी:
रविंद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार और दिनेश कार्तिक: अगर रविंद्र जडेजा को किसी मैच में मौका दिया जाता है तो वे टीम के लिए अच्छी फील्डिंग, अच्छी गेंदबाजी और अच्छी बल्लेबाजी तीनों कर सकते हैं। अगर भारतीय टीम प्रबंधन लेग स्पिनर और ऑफ स्पिनर की जोड़ी को टीम में मौका देना चाहेगी तो कुलदीप यादव और रविन्द्र जडेजा टीम का हिस्सा होंगे। रविन्द्र जडेजा के टीम में होने से भारतीय टीम को अतिरिक्त बल्लेबाजी का विकल्प भी मिलेगा। इसके अलावा अगर भुवनेश्वर कुमार को मोहम्मद शमी की जगह टीम में शामिल किया जाता है तो भी शुरुआती और डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी देखने को मिल सकती है साथ ही भारतीय टीम के पास 9वें स्थान तक अच्छी बल्लेबाजी मौजूद रहेगी। जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को टीम में मौका मिलता है तो वे केदार जाधव की जगह टीम में शामिल हो सकते हैं। वे फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं।