2019 का आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप कई चीजों के लिए याद किया जाएगा। पहला तो इसके शुरुआती कई मैच बारिश की भेंट चढ़ते जा रहे हैं, जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं थी। टीमों को अपना प्रदर्शन किए बिना ही बराबर-बराबर अंक बांटकर संतोष करना पड़ रहा है। इस तरह उन्हें सेमीफाइनल में पहुंचने में मुश्किल खड़ी हो सकती है। दूसरा यह कि कई मौकों पर गेंद विकेट पर लगने के बावजूद उनकी बेल्स नीचे नहीं गिर रही हैं, जिससे बल्लेबाजों को मिल रहे जीवनदान विपक्षी टीमों के लिए घातक साबित हो रहे हैं। इसकी शिकायत पहले की जा चुकी है लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) इसमें बदलाव करने के मूड में नहीं है।
आईसीसी के हवाले से कहा गया है कि हम प्रतियोगिता के बीच में कुछ भी बदलाव करने के पक्ष में नहीं हैं। ऐसे में यह प्रतियोगिता की समग्रता से समझौता होगा। सभी दस टीमों के लिए सभी 48 मैचों में उपकरण एक समान ही रहेंगे। विवादों में छाई रहने वाली बेल्स की शिकायत भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच तक कर चुके हैं। इस बार वर्ल्ड कप में कई ऐसे मौके आए हैं, जब गेंद विकेट पर लगी और बेल्स जलने के बावजूद नीचे नहीं गिरी हैं। इसकी वजह बेल्स का अधिक वजनी होना बताया जा रहा है। उनके अंदर रोशनी लाने के लिए तार लगाए गए हैं, जिससे वो भारी हो गई हैं।
आईसीसी ने कहा कि पिछले चार साल से स्टंप नहीं बदले गए हैं। इसका प्रयोग विश्वकप 2015 से सभी आईसीसी टूर्नामेंटों से लेकर घरेलू प्रतियोगिताओं तक में हो रहा है। इसका मतलब इनका उपयोग एक हजार से अधिक मैचों में किया जा चुका है।
रविवार को ऑस्ट्रेलिया से हुए मैच में डेविड वॉर्नर को एक जीवनदान मिला था। बुमराह की गेंद वॉर्नर के विकेट से टकराते हुए निकली लेकिन बेल्स नीचे नहीं गिरी। इसके बाद कोहली ने कहा था कि कोई टीम अपना विकेट इस तरह नहीं गंवाना चाहेगी। गेंद स्टंप में लगती है और बेल्स हिलने की वजह से उनमें रोशनी तो जलती है लेकिन वो नीचे नहीं गिरती है। मैंने पहले ऐसा होते हुए कम देखा है। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच ने भी कहा था कि ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा कोई सेमीफाइनल या फाइनल जैसे अहम मुकाबलों में होता हुआ नहीं देखना चाहेगा।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।