विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की हार के बाद पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास की खबरें जोर पकड़ने लगी। कहा जा रहा था कि यह मैच धोनी के एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय करियर का आखिरी मुकाबला था। अब वह कभी वनडे मैच नहीं खेलेंगे। वहीं, बीसीसीआई भी पहले यह कहकर इस मुद्दे को हवा दे चुका था कि विश्वकप में टीम इंडिया का आखिरी मैच धोनी का आखिरी वनडे मैच हो सकता है। हालांकि इन सब अटकलों के बीच मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने बड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस बारे में फैसला धोनी को ही लेना चाहिए। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को अपनी बहुत सेवा दी है। ऐसे में संन्यास के फैसले का हक उन्हें ही मिलना चाहिए।
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि उनका क्रिकेट में एक लंबा करियर है। उन्हें इस मसले को लेकर अकेले छोड़ देना चाहिए। इस समय हमें उनके संन्यास की अफवाह फैलाने की बजाए भारतीय क्रिकेट को धोनी की ओर से दिए गए योगदान का सम्मान करना चाहिए। कितने खिलाड़ियों का ऐसा करियर होता है। उनका करियर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे खास रहा है। लोगों को उन पर विश्वास है और वे उनका समर्थन करते हैं।
सचिन ने कहा कि बहुत कम लोग ऐसे होते हैं, जो करियर में इतने कामयाब होते हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में जब तक धोनी मैदान पर टिके हुए थे, तब तक भारतीय फैंस यही समझ रहे थे कि भारत जीत जाएगा। लोगों को धोनी पर इतना भरोसा है कि जब तक वह आउट नहीं हुए, तब तक उन्होंने मैच जीतने की उम्मीद नहीं छोड़ी।
यह विश्वास जगाना अपने आप में बड़ी बात है। धोनी के संन्यास को लेकर जब भारतीय कप्तान विराट कोहली से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में बोलने के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।