1. स्टुअर्ट बिन्नी:
2014-15 के सत्र के दौरान टीम इंडिया एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की तलाश में थी। स्टुअर्ट बिन्नी उस समय सबसे तेजी से उभर रहे तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर थे। स्टुअर्ट बिन्नी ने अपने घरेलू टीम कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे थे। इसी प्रदर्शन के मद्देनजर ऑलराउंडर टैग के साथ उन्हें 2014 में भारतीय वनडे और टेस्ट टीम में जगह बनाने का मौका मिला।
साल 2015 का वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेला गया था, इसलिए चयनकर्ताओं ने स्टुअर्ट बिन्नी को उनकी हरफनमौला क्षमता को देखते हुए वर्ल्ड के लिए चुनी गई भारतीय टीम में शामिल किया। इस वर्ल्ड कप में उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला क्योंकि उस दौरान रविंद्र जडेजा बेहतर ऑलराउंडर के तौर पर टीम में मौजूद थे और अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे।
उन्होंने अपने करियर में 14 वन-डे मैच खेले जिसमें उन्होंने 28.75 की औसत से 230 रन बनाए। इसके अलावा गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 20 विकेट भी चटकाए। स्टुअर्ट बिन्नी बांग्लादेश के खिलाफ 6/4 की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन के अलावा अन्य मौकों पर कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। यह बिल्कुल स्पष्ट है कि उन्हें उस समय भारतीय क्रिकेट टीम में उनके प्रदर्शन के आधार पर नहीं बल्कि तेज गेंदबाजी ऑलराउंडरों की कमी के कारण 2015 वर्ल्ड कप टीम में स्थान मिला था।